डोईवालाः सरकारी हॉस्पिटल में अच्छी सुविधाओं के लाख दावे सरकार कर रही हो, लेकिन हकीकत इससे एकदम अलग दिखाई दे रही है. ताजा मामला 13 जुलाई की सुबह का है जहां डोईवाला विधानसभा के केशवपुरी बस्ती की एक 12 वर्षीय छात्रा को स्कूल जाते समय आवारा कुत्ते ने काट लिया.
जब परिजन बच्ची को रेबीज का इंजेक्शन लगवाने डोईवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए तो वहां पर रेबीज का इंजेक्शन नहीं मिला. इसके बाद जब परिजन प्राइवेट मेडिकल स्टोर पर लेने गए तो वहां भी नहीं मिला. रेबीज का इंजेक्शन न मिलने से परिजन परेशान दिखाई दिए. वहीं बच्ची भी दर्द से कराहती रही.
बता दें कि डोईवाला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट के अधीन है और इसी हॉस्पिटल में डॉक्टर व स्टाफ अपनी सेवाएं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को दे रहे हैं. एकमात्र डॉक्टर को सरकार व स्वास्थ्य विभाग की तरफ से हॉस्पिटल का प्रभारी बनाया गया है लेकिन हिमालय हॉस्पिटल जौलीग्रांट के अधीन होने के बाद भी इस हॉस्पिटल में सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है.
जबकि यह हॉस्पिटल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोईवाला विधानसभा के अंतर्गत आता है और लगभग तीन लाख की आबादी के लोग इस हॉस्पिटल में अपना इलाज कराने आते हैं. रोजाना लगभग 400 से 500 की ओपीडी देखने को मिलती है. उसके बावजूद भी इस हॉस्पिटल में रेबीज के इंजेक्शन तक मौजूद नहीं हैं. जिससे स्थानीय लोगों को उपचार कराने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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शनिवार की सुबह केशवपुरी की 12 वर्षीय सिया नाम की बच्ची पर स्कूल जाते समय कुत्ते ने हमला कर दिया. जिससे बच्ची के दोनों पैरों में जख्म हो गए और परिजन आनन-फानन में बच्ची को डोईवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन हॉस्पिटल में रेबीज के इंजेक्शन न मिलने के कारण परिजन बच्चे को लेकर वापस घर लौट आए.
हॉस्पिटल के प्रभारी केएस भंडारी ने बताया कि रेबीज के इंजेक्शन की कमी देखने को मिल रही है और एक-दो दिन से रेबीज के इंजेक्शन हॉस्पिटल में मौजूद नहीं थे लेकिन अब विभाग द्वारा कुछ इंजेक्शन डोईवाला हॉस्पिटल भेज दिए गए हैं.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विधानसभा क्षेत्र के सबसे बड़े हॉस्पिटल में रेबीज के इंजेक्शन न मिलने से ग्रामीणों में भारी गुस्सा देखने को मिल रहा है. स्थानीय ग्रामीण भारत भूषण ने बताया कि आए दिन आवारा कुत्ते छोटे बच्चों पर हमला कर रहे हैं लेकिन हॉस्पिटल में रेबीज इंजेक्शन नहीं है. जिससे जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
अब बड़ा सवाल यह उठता है कि जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के डोईवाला विधानसभा स्वास्थ्य सेवाओं का यह हाल है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाकि हॉस्पिटलों की स्थिति कैसी होगी.