देहरादून: देशव्यापी लॉकडाउन को 50 दिन से ज्यादा हो चुके हैं. ऐसे में बेरोजगार हो चुके मजदूरों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है. रोजगार की तलाश में मजदूर सड़कों पर इकट्ठा होने लगे हैं. अब पुलिस के लिए इन्हें संभालन मुश्किल हो सकता है. देहरादून में भी हरिद्वार बाइपास पर गुरुवार को अचानक मजदूरों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उन्हें समझाया.
देहरादून में बड़ी संख्या बाहरी प्रदेशों से आकर लोग मजदूरी करते हैं. लॉकडाउन से पहले तो उन्हें रोज काम मिल रहा था, जिससे उनका घर भी चलता है. लेकिन कोरोना की रोकथाम के लिए लगाया गया लॉकडाउन मजदूरों पर आफत बनकर टूटा है. लॉकडाउन में सभी काम बंद हो गए थे, जिस कारण उनके सामने भी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. हालांकि लॉकडाउन थ्री में सरकार ने कुछ छूट दी थी, जिसके बाद कुछ निर्माण कार्य शुरू भी हो गया था. लेकिन अभी अधिकांश मजदूर ऐसे हैं जिन्हें काम नहीं मिल रहा है.
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ये मजदूर रोज सुबह काम की उम्मीद में अपने घर से निकलते हैं. लेकिन रोज इनके हाथ निराशा ही लगती है. गुरुवार को भी ऐसा ही हुआ. कई मजदूर काम की तलाश में हरिद्वार बाइपास पर इकट्ठा हो गए थे. भीड़ बढ़ती देख पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी. हालांकि पुलिस के समझाने के बाद वे मजदूर वहां से चले गए थे.
मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन में उन्हें काम नहीं मिल रहा है. कई मजदूर बिहार और यूपी से आए हैं. अब उनके पास खाने के लिए भी कुछ नहीं है. मजदूरों का इतनी बड़ी संख्या में सड़कों पर आना पुलिस के लिए भी सिरदर्द बन चुका है. पुलिस ने बताया कि सभी मजदूर पटेल नगर क्षेत्र से इकट्ठा होकर यहां पर पहुंचे थे जो आगे जाने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन शासन से मिले निर्देशों के अनुसार इन्हें आगे जाने से रोका गया और वापस भेजा गया.