देहरादून: राजधानी में बाल मजदूरी का मामला सामने आया है. थाना नगर कोतवाली अंतर्गत डिस्पेंसरी रोड और मच्छी बाजार में दो प्रतिष्ठानों में बाल श्रम विभाग की टीम दो बाल मजदूरों को छुड़ाने पहुंची. इस दौरान टीम को व्यापारियों का भारी विरोध झेलना पड़ा. वहीं बाल श्रम विभाग की टीम द्वारा दोनों व्यापारियों के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. साथ ही दोनों बालकों को बाल सुधार गृह भेजा गया.
जानकारी के अनुसार जिला टास्क फोर्स में शामिल जिला श्रम अधिकारी पिंकी टम्टा, जिला प्रोबेशन विभाग आउटरीच वर्कर अखिलेश पवार, मदर्स एंजेल चिल्ड्रन सोसाइटी के संस्थापक जहांगीर आलम और नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरिफ खान डिस्पेंसरी रोड पर एक केमिस्ट की दुकान पर पहुंचे.
यहां काली रोड निवासी 11 साल का बच्चा काम कर रहा था. टीम ने कार्रवाई करते हुए बच्चे पुलिस के सुपुर्द किया. सूचना पर मौके पर व्यापारी नेता और अन्य लोग पहुंच गए. सभी व्यापारी बच्चों को छोड़ने की मांग कर रहे थे, लेकिन टीम ने इंकार कर दिया काफी देर हंगामे के बाद व्यापारी कोतवाली पहुंच गए. कोतवाली में भी व्यापारियों और अधिकारियों के बीच जमकर नोकझोंक हुई.
यह भी पढ़ेंः बजट का अभाव पड़ा छात्र की जान पर भारी, शिक्षा विभाग के दावों की खुली पोल
इसी बीच जिला श्रम अधिकारी को मच्छी बाजार अंसारी मार्ग स्थित कॉस्मेटिक की होलसेल व्यापारी की दुकान पर एक किशोर के काम करने की सूचना मिली. टीम ने मौके पर पहुंचकर किशोर को मुक्त कर कोतवाली भेजा. जानकारी के अनुसार अंसारी मार्ग स्थित दुकान में किशोर करीब दो साल से काम कर रहा था और किशोर की मां दुकान मालिक के घर पर काम करती है.
दूसरी ओर थाना कोतवाली नगर प्रभारी एसएस नेगी ने बताया दुकानदार बंटी छाबड़ा निवासी अंसारी मार्ग मच्छी बाजार और वासुदेव निवासी डिस्पेंसरी रोड के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही दोनों बालकों को बाल सुधार गृह भेजा गया है.