देहरादूनः राजधानी दून के कोरोनेशन अस्पताल में नई ऑक्सीजन लाइन में आ रही दिक्कतों के कारण अस्पताल प्रशासन ने कोविड-19 के गंभीर मरीजों का इलाज कंसंट्रेटर पर करने का फैसला लिया है. बता दें कि कोरोनेशन अस्पताल में 48 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है, जिसमें से 33 मरीजों का उपचार नई इमारत के वॉर्ड में किया जा रहा है. जबकि 15 मरीज इमरजेंसी में एडमिट हैं.
नई ऑक्सीजन लाइन में आ रही दिक्कत
अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनोज उप्रेती के मुताबिक कोरोना के 5 मरीजों को छोड़कर सभी मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है. उन्होंने बताया कि अस्पताल की नई बिल्डिंग में कोविड वॉर्ड बनाया गया है. ऐसे में सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई की नई लाइन बनाई गई है, जिस पर लीकेज की समस्या आती रहती है. हलांकि लैब टेक्नीशियन के माध्यम से ऑक्सीजन लाइन में सील लगाकर उन खामियों को पूरा कर दिया जाता है.
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से मरीजों को मिल रही सहूलियत
डॉ. उप्रेती के मुताबिक खपत बहुत ज्यादा होने के कारण और ऑक्सीजन लाइन में आ रही दिक्कत के चलते सभी मरीजों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पर रखा जा रहा है. अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से कोरोना मरीजों को उपचार देने में सहूलियत मिल रही है. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने यह तय किया है कि ऑक्सीजन बेड बढ़ाने के बजाय मरीजों का उपचार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पर किया जाएगा.
सीएमएस ने किया इनकार
हालांकि प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने शनिवार को ऑक्सीजन लाइन में लीकेज से भर्ती मरीजों को आई समस्या से इनकार किया है. उनका कहना है कि मरीजों को कोई दिक्कत नहीं हुई है, मरीजों को समय पर कंसंट्रेटर पर लिया गया था.
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर का भीषण कहर जारी है ऐसे में ऑक्सीजन सिलेंडर की भी बड़े पैमाने पर कमी सामने आ रही है. यह कमी देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल में भी देखने को मिल रही है. जिसके मद्देनजर अस्पताल प्रबंधन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से मरीजों का उपचार कर रहे हैं.
क्या होता है ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ?
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एक मेडिकल डिवाइस है, जो आसपास की हवा से ऑक्सीजन को एकत्रित करती है. अस्पताल का कहना है कि हमारे पास 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं. जिससे कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है.