मसूरीः पहाड़ों की रानी मसूरी के कोलूखेत इको टोल टैक्स का स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदार उनसे भी टोल टैक्स वसूल रहा है. इसको लेकर मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने एसडीएम के माध्यम से देहरादून डीएम सोनिका सिंह (Dehradun DM Sonika Singh) को ज्ञापन भेजा है. जिसमें उन्होंने कोलूखेत टोल टैक्स (Kolukhet Eco Toll Tax) पर स्थानीय लोगों से टैक्स वसूलने का आरोप लगाया है.
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि पिछले करीब 13 साल से मसूरी नगर पालिका की ओर से देहरादून मसूरी रूट (Dehradun Mussoorie Route) पर कोलूखेत के पास इको टोल टैक्स लिया जाता है. जिसकी राशि समय-समय पर निर्धारित की जाती है. उन्होंने कहा कि मसूरी के निवासी रोजाना मसूरी-देहरादून रोजगार व व्यवसाय संबंधित आवागमन करने जाने वाले लोगों को इको शुल्क से मुक्त रखा गया है. जबकि, इको टोल टैक्स (Mussoorie Eco Toll Tax) पर्यटकों से वसूला जाना है, लेकिन आरोप है कि ठेकेदार स्थानीय लोगों से भी टैक्स वसूल रहा है.
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एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि मसूरी और देहरादून की टैक्सी (Mussoorie and Dehradun taxi) व माल वाहनों से ठेकेदार इको शुल्क नहीं ले सकता है. लेकिन वर्तमान में ठेकेदार की ओर से अचानक दल बल का प्रयोग कर सभी स्थानीय लोगों से ये इको शुल्क लिया जा रहा है, जो नियमानुसार गलत है. जिसका सभी लोग विरोध करते हैं. अगर यह प्रक्रिया जारी रही तो मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन (Mussoorie Traders and Welfare Association) बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा. इस मौके पर महामंत्री जगजीत कुकरेजा, ज्योति प्रसाद, कोषाध्यक्ष नागेंद्र उनियाल शामिल रहे.