देहरादून: प्रदेश में इस बार मॉनसून एक सप्ताह पहले ही दस्तक दे चुका है. मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मुताबिक प्रदेश में बीते 12 जून से मॉनसून का आगमन हो चुका है. ऐसे में बारिश का दौर जारी है. इसके साथ ही तापमान में भी लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. इसकी वजह से वायरल बीमारियों को खतरा रहता है. इस स्थिति में आपको अपने खान-पान का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है.
बैक्टीरियल ग्रोथ का खतरा
देहरादून के जाने-माने गैस्ट्रो सर्जन डॉक्टर विपुल कंडवाल बताते हैं कि बारिश का मौसम शुरू होते ही डायरिया, टायफाइड जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. क्योंकि बरसात की वजह से हवा में नमी काफी बढ़ जाती है, जिसकी वजह से पानी या किसी भी खाद्य सामग्री में बैक्टीरियल ग्रोथ (जीवाणु वृद्धि) काफी तेजी से होने लगती है. इसके साथ ही तापमान में उतार-चढ़ाव होने के चलते हमारी पाचन क्रिया भी धीमी हो जाती है. इस स्थिति में यदि आपने पानी या किसी भी ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन कर लिया जो पूरी तरह से शुद्ध नहीं है तो आपको डायरिया और टाइफाइड की समस्या हो सकती है.
डाइट का रखें ख्याल
मॉनसून में बीमारियों से बचने के लिए हमें अपनी डाइट का विशेष तौर से ख्याल रखना चाहिए. डाइटीशियन डॉ. रिचा कुकरेती बताती हैं कि इस समय लोगों को अपने खान-पान और सेहत का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है. क्योंकि एक तरफ मॉनसून एक बड़ी चुनौती है तो, वहीं दूसरी तरफ डेंगू और कोरोना का खतरा है.
मॉनसून डाइट की बात करें लोगों को खाने की थाली से तली और छानी हुई खाद्य सामग्रियों को दूर कर देना चाहिए. यदि आप पकोड़े, समोसे, चिकन इत्यादि का सेवन कर भी रहे हैं तो, आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि आप इन तली हुई चीजों का सेवन दिन के समय यानी सूरज ढलने से पहले ही करें.
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रात में हल्का भोजन लें
वहीं, रात का खाना जितना ज्यादा हो सके, उतना हल्का रखें. क्योंकि बरसात के मौसम में पाचन क्रिया धीमी हो जाती है. यदि आप रात को तली हुई चीजों का सेवन करेंगे तो इसे पचाना आपकी शरीर के लिए आसान नहीं होगा. इसके साथ ही हवा में नमी बढ़ने की वजह से बैक्टीरियल ग्रोथ काफी बढ़ जाती है. इसलिए आधी कटी हुई सब्जियां फल इत्यादि का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए.
इसके साथ ही डॉ. रिचा ने बताया कि बरसात के मौसम में भी लोगों को पानी का अच्छी मात्रा में सेवन करना चाहिए. वहीं, तांबे के लोटे में तुलसी के पत्तों के साथ पानी को डालकर यदि सेवन किया जाए तो, इससे प्रतिरोधक क्षमता में काफी अच्छा सुधार देखने को मिलता है.
बच्चों का रखें विशेष ख्याल
मॉनसून सीजन में बच्चों के प्रति ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. इस मौसम में अक्सर बच्चे गर्मी से परेशान होकर कम कपड़ों में रहना पसंद करते हैं, लेकिन एक तरफ बरसात है और दूसरी तरफ डेंगू का भी खतरा बना हुआ है. इसलिए माता-पिता को इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए कि वह बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाएं जिससे उनका शरीर पूरी तरह ढका रहे. इसके साथ ही खानपान में बच्चों को फ्रूट जूस और ड्राई फ्रूट्स जरूर दें, जिससे कि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे.