देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया गया है. जिसके बाद पुलिस प्रशासन के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं. राजधानी देहरादून से सटे उत्तर प्रदेश के सहारनपुर एरिया से लगते आशारोड़ी बॉर्डर चेकपोस्ट और हिमाचल से लगते कुल्हाल बॉर्डर चेकपोस्ट पर सोमवार से भारी पुलिस बल तैनात कर सख्ती से कार्रवाई की तैयारी में जुटी है.
इतना ही नहीं देहरादून में इन दोनों राज्यों के बॉर्डर क्षेत्र से जबरन घुसने वाले कांवड़ियों को पुलिस न सिर्फ अपने कब्जे में लेगी, बल्कि उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाइन सेंटर में भी भर्ती करेगी. पुलिस-प्रशासन के मुताबिक हिमाचल राज्य की तरफ से कुल्हाल बॉर्डर से जबरन देहरादून प्रवेश करने वाले कांवड़ियों को पकड़ कर सेलाकुई इंडस्ट्रियल स्थित एक सरकारी शिक्षण संस्थान में स्थापित क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से आशारोड़ी चेक प्वाइंट में जबरन देहरादून आने वाले कांवड़ियों को हिरासत में लेकर पुलिस की बसों में भरकर क्लेमेंनटाउन क्षेत्र के ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट में बने क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिनों के लिए भर्ती करेगी.
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देहरादून एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने कहना है कि इन दोनों बॉर्डर क्षेत्रों में सोमवार से भारी पुलिस बल के साथ बसों की तैनात रहेगी. पहले तो दोनों ही बॉर्डर क्षेत्र से आने वाले कांवड़ियों को वहीं से वापस लौटा दिया जाएगा. इसके बावजूद अगर जो भी जबरन इन दोनों बॉर्डर से अंदर आने का प्रयास करेगा, उन्हें पकड़ कर क्वारंटाइन सेंटर्स में भर्ती किया जाएगा. इतना ही नहीं जबरन आने वाले कावड़ियों पर महामारी एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है.