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सड़क के अभाव में जूझ रहे जिंदगी, प्रसव पीड़िता को डंडी-कंडी के सहारे पहुंचाया हॉस्पिटल

विकासनगर के जौनसार बावर क्षेत्र के कचाणू खेड़ा गांव में एक प्रसूता सड़क न होने के कारण डंडी-कंडी के सहारे अस्पताल पहुंचाया गया.

vikasnagar
प्रसूता को डांडी कांडी से अस्पताल ले गए ग्रामीण
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Published : Feb 9, 2020, 9:15 AM IST

Updated : Feb 9, 2020, 11:47 AM IST

विकासनगर: प्रदेश सरकार भले ही हर गांव में सड़क पहुंचाने के दावे करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत ठीक उलट है. जौनसार बावर क्षेत्र के ग्राम पंचायत मुंगाड के कचाणू खेड़ा में प्रसव पीड़िता को ग्रामीण डंडी-कंडी के सहारे चार किलोमीटर दूर मुख्य मार्ग तक ले गए. वहीं, बर्फबारी के कारण चकराता मार्ग बंद हो जाने के कारण एंबुलेंस की सुविधा भी नहीं मिल पाई.

जौनसार बावर चकराता के ग्राम पंचायत मुंगाड के कचाणू खेड़ा में गर्भवती महिला अंजू देवी पत्नी देवेंद्र को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. प्रसूता पीड़िता को ग्रामीणों ने डंडी-कंडी के सहारे पगडंडियों से होते हुए त्यूणी मुख्य मार्ग तक पहुंचाया. वहीं, रास्तों में पड़ी बर्फ लोगों का हर पल इम्तिहान ले रही थी.

ये भी पढ़ें: एलटी भट्ट राजकीय अस्पताल में CMS की कुर्सी पर रार, रिलीविंग पर फसा पेंच

वहीं, बर्फबारी से चकराता मार्ग बंद होने के बाद एंबुलेंस सुविधा भी नहीं मिल पाई. जिस कारण ग्रामीणों को बड़ी मशक्कत के बाद एक निजी वाहन से महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्यूणी ले जाना पड़ा. जौनसार बावर में आज भी ऐसे कई गांव हैं, जहां ग्रामीण बीमार लोगों को डंडी-कंडी के सहारे कई किलोमीटर पैदल दूरी तय कर हॉस्पिटल पहुंचाते हैं.

विकासनगर: प्रदेश सरकार भले ही हर गांव में सड़क पहुंचाने के दावे करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत ठीक उलट है. जौनसार बावर क्षेत्र के ग्राम पंचायत मुंगाड के कचाणू खेड़ा में प्रसव पीड़िता को ग्रामीण डंडी-कंडी के सहारे चार किलोमीटर दूर मुख्य मार्ग तक ले गए. वहीं, बर्फबारी के कारण चकराता मार्ग बंद हो जाने के कारण एंबुलेंस की सुविधा भी नहीं मिल पाई.

जौनसार बावर चकराता के ग्राम पंचायत मुंगाड के कचाणू खेड़ा में गर्भवती महिला अंजू देवी पत्नी देवेंद्र को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. प्रसूता पीड़िता को ग्रामीणों ने डंडी-कंडी के सहारे पगडंडियों से होते हुए त्यूणी मुख्य मार्ग तक पहुंचाया. वहीं, रास्तों में पड़ी बर्फ लोगों का हर पल इम्तिहान ले रही थी.

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वहीं, बर्फबारी से चकराता मार्ग बंद होने के बाद एंबुलेंस सुविधा भी नहीं मिल पाई. जिस कारण ग्रामीणों को बड़ी मशक्कत के बाद एक निजी वाहन से महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्यूणी ले जाना पड़ा. जौनसार बावर में आज भी ऐसे कई गांव हैं, जहां ग्रामीण बीमार लोगों को डंडी-कंडी के सहारे कई किलोमीटर पैदल दूरी तय कर हॉस्पिटल पहुंचाते हैं.

Intro:विकासनगर. सरकार जरा ध्यान इधर भी
जौनसार बावर क्षेत्र में ग्राम पंचायत मुंगाड के कचाणू खेड़ा में प्रसव पीड़ित महिला अंजू देवी को ग्रामीण ने डांडी कांडी के सहारे पैदल कंधों पर उठाकर 4 किलोमीटर मुख्य मार्ग तक बमुश्किल पहुंचाया गांव में सड़क ना होने से लोगों को उठानी पड़ रही है काफी परेशानी


Body:जौनसार बावर चकराता के ग्राम पंचायत मुंगाड के कचाणू खेड़ा में गर्भवती महिला अंजू देवी पत्नी देवेंद्र को प्रसव पीड़ा उठी तो परिवार के जान पर बन आई ग्रामीणों को एकत्र कर पगडंडी के सहारे प्रसव पीड़ित महिला अंजु को ग्रामीणों ने दांडी कांडी के सहारे उठाकर पगडंडी वह बर्फीले रास्तों से होकर 4 , 5 किलोमीटर पैदल दूरी तय कर चकराता त्यूणी मुख्य मोटर मार्ग पर पहुंचाया कल हुई बर्फबारी से चकराता मार्ग बंद होने के बाद आज एंबुलेंस सुविधा भी नहीं मिल पाई और ग्रामीणों को बड़ी मशक्कत के बाद एक निजी वाहन से महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ट्यूनी ले जाना पड़ा.


Conclusion:जौनसार बावर में आज भी ऐसे कई गांव हैं जहां मुख्य मार्ग से ग्रामीण बीमार लोगों को डांडी कांडी से कंधों पर उठाकर कई किलोमीटर पैदल दूरी तय करने को विवश है सरकार लाख दावे करे लेकिन आज भी कई गांव सड़क सुविधाओं से वंचित है

सर जी विजुअल व्हटसप से उठाने की कृपा करें.
Last Updated : Feb 9, 2020, 11:47 AM IST
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