देहरादून: आपदा बिन बुलाए मेहमान की तरह होती है जो कभी भी आ सकती है. आपदा की घटना को योजनाबद्ध तरीके से निस्तारित किए जाने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में आईआरएस की बैठक की गई. इस दौरान आईआरएस के कोऑर्डिनेटर ने आपदा के बारे में सभी अधिकारियों को जानकारी दी. इस प्रणाली के तहत 39 अधिकारियों को विभिन्न यूनिटों का प्रभारी बनाया गया है. जिनके द्वारा घटना के तुरंत समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें.
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आईआरएस के कोऑर्डिनेटर ने अधिकारियों को बताया कि भारत सरकार द्वारा घटना प्रतिक्रिया प्रणाली के लिए कई प्रकार की व्यवस्था की गई है. जिसके लिए अधिकारियों को दायित्व दिए गए हैं. साथ ही आपदा के दौरान बचाव और राहत के लिए भी 10 फार्म भरे जाएंगे. जिससे घटना घटित होने पर कम से कम समय में राहत और बचाव कार्य चलाए जाने में मदद मिल सकेगी.
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अपर जिलाधिकारी बीर सिंह बुदियाल ने बताया कि आपदा प्रबंधन की ओर से मानसून को लेकर बैठक आयोजित की गई. जिसमें विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को ऑटो मोड पर रहने के निर्देश दिये गये. साथ ही बैठक में आपदा से निपटने के लिए संसाधनों पर बात की गई. बीर सिंह बुंदियाल ने कहा कि उनकी कोशिश है कि आपदा के समय कम से कम हानि हो ये ही उनका प्रयास है. इसके लिए विभाग सभी को आपदा बचाव सामग्री और औजार दे चुका है.