देहरादून: प्रदेश में कोरोना संक्रमण की संख्या में काफी गिरावट आई है. कोरोना की दूसरी लहर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए राज्य सरकार ने होम आइसोलेशन पर काफी जोर दिया और कोरोना मरीजों के इलाज के लिए होम आइसोलेशन किट वितरित किए गये लेकिन पहाड़ी और मैदानी जिलों में वितरण के दौरान काफी अनियमितताएं सामने आई हैं. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 58 दिनों के भीतर पूरे प्रदेश में 2 लाख 24 हजार 312 होम आइसोलेशन किट वितरित किए जा चुके हैं लेकिन जब हमने आंकड़ों को मिलाया तो इसकी कुछ और ही तस्वीर निकलकर सामने आई.
दरअसल, इस बार कोरोना की दूसरी लहर ने मैदान से लेकर पहाड़ी जिलों तक असर दिखाया है, जिसकी मुख्य वजह ये है कि इस साल पिछले साल की तुलना में काफी अधिक संक्रमित मरीज पर्वतीय जिलों में पाए गए हैं. बावजूद इसके होम आइसोलेशन किट वितरण मामले में स्वास्थ्य महकमा फेल साबित हुआ है. ये बात हम यूं ही नहीं कह रहे बल्कि ईटीवी भारत को स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़े इस बात को बयां कर रहे हैं. प्रदेश के कई पर्वतीय जिलों में ही नहीं बल्कि दो मैदानी जिलों में भी होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के सापेक्ष कम संख्या में होम आइसोलेशन किट वितरित की गई हैं.
जिलों में किट वितरण
ईटीवी भारत को स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, 1 अप्रैल से 28 मई तक प्रदेश के भीतर 1 लाख 39 हजार 637 कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में रहे, जिसके सापेक्ष 2 लाख 24 हजार 312 होम आइसोलेशन किट वितरित किए गए हैं, जबकि इस दौरान होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों में से 1,273 मरीजों को कोविड-19 केयर सेंटर और 2044 मरीजों को जिला कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हालांकि, जिलेवार होम आइसोलेशन किट वितरण के आंकड़ों पर गौर करें तो सबसे अधिक उधम सिंह नगर जिले में 63,617 होम आइसोलेशन किट वितरित की गई है. दूसरे नंबर पर देहरादून जिले में 63,212 होम आइसोलेशन किट वितरित की गई हैं.
स्वास्थ्य महकमा दावा कर रहा है कि कोरोना की दूसरी लहर में न सिर्फ कोरोना पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन किट दिया गया, बल्कि कोरोना टेस्ट कराने आए उन मरीजों को भी होम आइसोलेशन किट दिया गया है, जिनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण देखे जा रहे हैं. लेकिन स्वास्थ्य महकमे का दावा सिर्फ हवा हवाई ही नजर आ रहा है, क्योंकि स्वास्थ्य महकमे के आंकड़े ही दावों की पोल खोलते नजर आ रहे हैं. यह स्थिति सिर्फ प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में नहीं है, बल्कि प्रदेश के दो मैदानी जिलों में भी स्वास्थ्य महकमे के दावे हवा-हवाई साबित हुए हैं.
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गौर करने वाली बात यह है कि 58 दिनों (1 अप्रैल से 28 मई तक) के भीतर जिला उधम सिंह नगर में 19,947 कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में रहे, जिसके सापेक्ष स्वास्थ्य विभाग जिले में 63,617 होम आइसोलेशन किट का वितरण करा दिया. यही नहीं, जिला देहरादून में 18,975 कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में रहे, जिसके सापेक्ष स्वास्थ्य महकमे ने 63,212 होम आइसोलेशन किट वितरित करा दी. तो वही, पर्वतीय जिलों में शुमार अल्मोड़ा जिले में 6,667 कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में रहे, जिसके सापेक्ष स्वास्थ्य विभाग द्वारा मात्र 6,177 होम आइसोलेशन किट का ही वितरण किया गया.
दवा की कमी नहीं- डीजी हेल्थ
इस मामले में स्वास्थ्य महानिदेशक तृप्ति बहुगुणा का कहना है कि प्रदेश में जितने भी पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं, उन सभी को होम आइसोलेशन किट वितरित की जा रही है. इसके अतिरिक्त अगर कोई व्यक्ति कोरोना टेस्ट कराने आता है और उसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण हैं, तो उसे भी तत्काल होम आइसोलेशन किट दे दी जा रही है. साथ ही बताया कि इसकी प्रतिपूर्ति सही ढंग से की जा रही है, क्योंकि जिन जिलों में होम आइसोलेशन किट की कमी है. उस कमी को स्वास्थ्य महकमे द्वारा पूरा किया जा रहा है, यानी कुल मिलाकर प्रदेश में दवाइयों की कोई कमी नहीं है.