देहरादून : राजधानी देहरादून के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल दून मेडिकल कॉलेज में ओपीडी शुरू हो गई है, अब कोरोना के मामलों में आ रही गिरावट के बाद दून अस्पताल प्रबंधन पुराने परिसर को आईपीडी के मरीजों के लिए खोलने की तैयारियों में जुट गया है. बता दें कि शासन ने कोरोना संक्रमण के दौर में दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय को कोविड डेडीकेटेड अस्पताल में परिवर्तित कर दिया था. जिसके बाद अस्पताल की पुरानी इमारत में कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करने के बाद उनका इलाज किया जाता है, जो क्रम अभी भी चल रहा है.
यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो एक हफ्ते के अंतराल में पुराने परिसर को आईपीडी के मरीजों के लिए खोल दिया जाएगा. अस्पताल प्रबंधन इस दिशा में गंभीरता से मंथन कर रहा है. दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना का कहना है कि पूर्व में अस्पताल के पुराने परिसर में मरीजों के लिए जो व्यवस्थाएं हुआ करती थी. उसकी जगह कोविड डेडीकेटेड अस्पताल घोषित होने के बाद कोरोना के मरीज भर्ती किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि जिस तरह से एक्टिव केस की संख्या में कमी आ रही है. उसे देखते हुए शीघ्र ही उस परिसर में पूर्व की भांति नॉन कोविड मरीजों को भर्ती किए जाने की कवायद की जाएगी.
मेडिकल कॉलेज के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर एनएस खत्री के मुताबिक अस्पताल प्रबंधन की यह प्लानिंग है कि भविष्य में पूरे ब्लॉक को सैनिटाइज करके नॉन कोविड मरीजों को भर्ती किया जा सकेगा. वहीं दून मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ अनुराग अग्रवाल के मुताबिक कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है और इसकी गंभीरता कम हुई है.
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बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण दून अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित किया गया था, हालांकि एक्टिव केस कम होने के बाद दून मेडिकल कॉलेज प्रबंधन में सोमवार से सामान्य मरीजों के लिए अपनी सेवाएं शुरू कर दी है. वहीं अस्पताल प्रबंधन पुरानी बिल्डिंग में एक ब्लॉक को आरक्षित करके आईपीडी के मरीजों के लिए खोलने की तैयारियों में जुटा हुआ है.