ऋषिकेशः तीर्थ नगरी ऋषिकेश में पर्यटन विभाग के संयोजन में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की रंगारंग शुरुआत हो चुकी है. कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गंगा आरती से की. उन्होंने कहा कि भारत मजबूती के साथ खड़ा है और आतंक की शक्तियां भारत के आगे घुटने टेकने को मजबूर हैं. वहीं कार्यक्रम का आगाज करने पहुंचे मशहूर सूफी गायक कैलाश खेर ने अपनी प्रस्तुति से समा बांधा. उनके द्वारा गाए गीतों ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया. कैलाश खेर ने अपने चिर परिचित अंदाज में देर रात तक प्रस्तुति देकर पूरा वातावरण धर्ममय वातावरण बना दिया.
इस दौरान राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि आज के दौर में योग सभी के लिए जरूरी है. सेना के लिए विशेष रूप से है. क्योंकि उन्हें भी अपने कार्य में एकाग्रता बनाए रखनी पड़ती है. ऐसे में उनके लिए योग अत्यंत जरूरी है.योग भारत की ही देन है. आज पूरा विश्व योग कर रहा है.
भारत योग में विश्व गुरु बनेगा. इस दौरान सूफी गायक कैलाश खेर ने कहा कि बदलते दौर में सभी चीजें परिवर्तित हो रही हैं. योग को योगा कर दिया और गंगा को गंगे. इसलिए वह अपने गीतों के माध्यम से योगा को फिर से योग बनाएंगे. उनकी मंशा है कि वे सभी संतों को अपने गीतों के माध्यम से एक मंच पर लाने का प्रयास करेंगे. कैलाश खेर ने अपने सीरियल केदारनाथ के एक गाने भी गाए. कैलाश खेर की प्रस्तुति के बाद वहां मौजूद लोग झूमते नजर आए. पंडाल में मौजूद जनता ने भी भारत माता की जय के नारे लगाए.
तीर्थ नगरी ऋषिकेश पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की शुरुआत की. सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिसॉर्ट में मनाया जा रहा है. इसकी शुरुआत गंगा आरती से की गई. जिसमें प्रसिद्ध सूफी गायक कैलाश खेर भी शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पर्यटन विभाग की तरफ से प्रतिवर्ष 1 से 7 मार्च तक योग महोत्सव मनाया जाता है.
ऋषिकेश को योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी के रूप में जाना जाता है. उन्होंने कहा कि योग की वजह से भारत की दुनिया मे एक विशिष्ट पहचान है. जब हम भारतीय परिधान में होते हैं लोग हमें योगी के रूप में देखते हैं. सीएम ने कहा योग के माध्यम से दुनिया को एक किया जा सकता है. आज पूरा विश्व योग की तरफ आकर्षित हो रहा है