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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां शुरू, इस बार 10 हजार से ज्यादा लोग परेड ग्राउंड में करेंगे योग - आयुष मंत्रालय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 2018 में चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में योग सत्र में हिस्सा लिया. पीएम मोदी ने यहां मशहूर फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट यानी एफआरआई में करीब 50,000 लोगों के साथ योग किया था.

International Yoga Day 2019
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Published : Jun 1, 2019, 10:52 PM IST

Updated : Jun 3, 2019, 2:01 PM IST

देहरादून: आयुष विभाग ने 21 जून को मनाए जाने वाले पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है. विभाग इस साल देहरादून के परेड ग्राउंड में करीब 10 हजार लोगों को एक साथ योग कराने जा रहा है.

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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 2018 में चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में योग सत्र में हिस्सा लिया. पीएम मोदी ने यहां मशहूर फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट यानी एफआरआई में करीब 50,000 लोगों के साथ योग किया था.

आयुष विभाग के निदेशक डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी अंतिम चरण में है. कई संस्थाओं ने उनसे संपर्क भी किया है. इस बार करीब 10 हजार से ज्यादा योग साधक देहरादून में होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस बार कुछ नई संस्थाओं को भी इसमें जोड़ा जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी आगामी 2 जून को शासन और प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक बैठक करने जा रहे हैं.

पढ़ें- केदारनाथ में 10 आम श्रद्धालुओं के बाद एक वीआईपी को मिलेगा दर्शन करने का मौका

पहली बार 2015 में मनाया गया योग दिवस
योग से भारत की संस्कृति से जुड़ी हुई है. प्राचीन काल में योग का अपना अलग ही महत्व था. हालांकि अब धीरे-धीरे लोग इसके महत्व को समझने लगे हैं. साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए अपने एक भाषण के दौरान योग के बारे में कई जानकारियां साझा की थी. जिसके बाद दिसंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों की बैठक हुई. जिसमें 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया. 21 जून 2015 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था.

देहरादून: आयुष विभाग ने 21 जून को मनाए जाने वाले पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है. विभाग इस साल देहरादून के परेड ग्राउंड में करीब 10 हजार लोगों को एक साथ योग कराने जा रहा है.

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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 2018 में चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में योग सत्र में हिस्सा लिया. पीएम मोदी ने यहां मशहूर फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट यानी एफआरआई में करीब 50,000 लोगों के साथ योग किया था.

आयुष विभाग के निदेशक डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी अंतिम चरण में है. कई संस्थाओं ने उनसे संपर्क भी किया है. इस बार करीब 10 हजार से ज्यादा योग साधक देहरादून में होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस बार कुछ नई संस्थाओं को भी इसमें जोड़ा जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी आगामी 2 जून को शासन और प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक बैठक करने जा रहे हैं.

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पहली बार 2015 में मनाया गया योग दिवस
योग से भारत की संस्कृति से जुड़ी हुई है. प्राचीन काल में योग का अपना अलग ही महत्व था. हालांकि अब धीरे-धीरे लोग इसके महत्व को समझने लगे हैं. साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए अपने एक भाषण के दौरान योग के बारे में कई जानकारियां साझा की थी. जिसके बाद दिसंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों की बैठक हुई. जिसमें 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया. 21 जून 2015 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था.

Intro:हिमालय की गोद में बसे उत्तराखंड राज्य धार्मिक और पर्यटक स्थलों के साथ-साथ योग को भी समेटे हुए है। यही वजह है कि देश -विदेश से हर साल लाखों की संख्या में सैलानी उत्तराखंड योग सीखने आते है। भारत देश का योग से सदियों से नाता है। और भारत से ही योग की शुरुवात हुई है। हालांकि पिछले कुछ सालों से योग को लोग भूलने लगे थे, लेकिन दिसंबर 2015 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने के बाद देश मे फिर से योग की चाहत बढ़ने लगी साथ ही विदेशों में भी योग को अच्छा बढ़ावा मिला। तो वही 21 जून को 5 वे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने को लेकर आयुष विभाग तैयारियों में जुट गया है। 



Body:पहली बार 2015 मे बनाया गया योग दिवस......

योग भारत की संस्कृति से जुड़ी हुई है। यही नही बल्कि योग का जन्म ही भारत के प्राचीन काल मे हुआ था। प्राचीन काल मे योग का अपना ही अलग महत्व था, और अब धीरे-धीरे योग की तरफ लोगो का रुझान बढ़ने लगा है। हालांकि साल 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण के दौरान योग के बारे में जानकारियां साझाकर, योग के लिए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने की बात कही थी। जिसके बाद दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 177 सदस्यों की बैठक में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की मंजूरी मिली थी। जिसके बाद 21 जून 2015 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। 


10 हज़ार लोगो के शामिल होने की संभावना.....

साल 2014 में 12 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की मंजूरी मिलने के बाद देश में पहली बार 21 जून 2015 को योग को बड़े स्तर पर पहचान मिली। इसके साथ ही योग के प्रति आम लोगो का रुझान भी बढ़ा। और अब न सिर्फ भारत देश बल्कि विदेशों में रहने वाले लोग भी योग को आत्मसार कर रहे है. 21जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर आयुष विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। और पिछले सालों की तरह ही इस साल भी 10 हज़ारे लोगो को योग करने की तैयारी की जा रही और इस बार देहरादून के परेड ग्राउंड में योग का आयोजन किया जा रहा है। 


प्रधानमंत्री के योग महोत्सव में शामिल होने का मिला लाभ....

साल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून वासियों के साथ योग किया था। इसके लिए देहरादून स्तिथ एफआरआई के ग्राउंड में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जहाँ करीब एक साथ 60 हज़ार लोगो ने प्रधानमंत्री के साथ योग किया था। योग की राजधानी कहे जाने वाले ऋषिकेश में भी इस योग आयोजन का फर्क देखा गया। यू तो ऋषिकेश में पहले से ही योग-साधना होती रहती है। लेकिन देहरादून में पिछले साल आयोजित किये गए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ने लोगो का रुझान योग की तरफ बढ़ा है। 


- भारत मे प्राचीन काल से चली आ रही है योग-साधना।

- 27 सितंबर 2014 को प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग के लिए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बनाने का किया था जिक्र।

- 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 177 सदस्यों ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की दी मंजूरी।

- पहली बार 21 जून 2015 में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस।

- देश के कई नामचीन गुरुओ और पुर्तगाली योग संघ के प्रतिनिधीयों ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने को सुझाया था। 


बाइट - प्रो०(डॉ०) अरुण कुमार त्रिपाठी (निदेशक, आयुष एवं यूनानी सेवाएं)


Conclusion:
Last Updated : Jun 3, 2019, 2:01 PM IST
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