देहरादून: आयुष विभाग ने 21 जून को मनाए जाने वाले पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है. विभाग इस साल देहरादून के परेड ग्राउंड में करीब 10 हजार लोगों को एक साथ योग कराने जा रहा है.
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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 2018 में चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में योग सत्र में हिस्सा लिया. पीएम मोदी ने यहां मशहूर फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट यानी एफआरआई में करीब 50,000 लोगों के साथ योग किया था.
आयुष विभाग के निदेशक डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी अंतिम चरण में है. कई संस्थाओं ने उनसे संपर्क भी किया है. इस बार करीब 10 हजार से ज्यादा योग साधक देहरादून में होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस बार कुछ नई संस्थाओं को भी इसमें जोड़ा जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी आगामी 2 जून को शासन और प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक बैठक करने जा रहे हैं.
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पहली बार 2015 में मनाया गया योग दिवस
योग से भारत की संस्कृति से जुड़ी हुई है. प्राचीन काल में योग का अपना अलग ही महत्व था. हालांकि अब धीरे-धीरे लोग इसके महत्व को समझने लगे हैं. साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए अपने एक भाषण के दौरान योग के बारे में कई जानकारियां साझा की थी. जिसके बाद दिसंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों की बैठक हुई. जिसमें 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया. 21 जून 2015 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था.