देहरादून: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को देश का आम बजट पेश करेंगी. केंद्र सरकार के इस बजट से जहां आम आदमी को काफी उम्मीदें है तो वहीं कॉरर्पोरेट और इंडस्ट्री लॉबी ग्रुप भी इस बजट से काफी आस लगाए बैठा है. कारोबारियों को सरकार से उम्मीद है कि सरकार इस बजट में इंडस्ट्री के लिए बड़ी घोषणाएं कर सकती है.
कोरोना और लॉकडाउन के कारण पिछले साल पूरी अर्थव्यवस्था चौपट हो गई थी. हालांकि अनलॉक की प्रक्रिया के बाद धीरे-धीरे इंडस्ट्री अपने पैरों पर खड़ी होनी शुरू हो गई थी. लेकिन कोरोना और लॉकडाउन के कारण उद्यमियों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ा है. जिसकी भरपाई के लिए सरकार ने कुछ राहत भी दी थी, लेकिन अब उन्हें इस आम बजट से काफी आस है.
पढ़ें- आसान भाषा में जानिए बजट की ABCD
इंडस्ट्री एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष पंकज गुप्ता की मानें तो कोरोना संक्रमण के दस्तक के बाद देश की इकोनॉमी के साथ ही इंडस्ट्री काफी प्रभावित हुई है. क्योंकि प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के इन्वेस्टमेंट पर लॉकडाउन का काफी असर पड़ा था. ऐसे में इंडस्ट्री को रफ्तार देने के लिए जरूरी है कि सरकार डिमांड बढ़ाने पर फोकस करे. ताकि प्रोडक्शन को बढ़ाया जा सके. इसके लिए सबसे जरूरी है कि मार्केट में डिमांड क्रिएट करना और प्राइवेट इन्वेस्टमेंट को बढ़ाना देना. इसके अलावा एमएसएमई (माइक्रो स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज) को बढ़ावा देने की योजना के साथ ही लोगों को रोजगार उपलब्ध कराए जाने पर जोर दिया जाए.
पंकज गुप्ता ने कहा कि इंडस्ट्री धीरे-धीरे अपने पैरों पर खड़ी हो रही है, लेकिन इसे दौड़ने के लिए कुछ योजनाओं पर काम करना होगा. इसमें तेजी से रेवेन्यू जनरेट करना होगा, जॉब अपॉर्चुनिटी बढ़ाने के साथ ही इकोनामी भी बढ़ेगी. बाजार की मौजूदा स्थिति में प्रोडक्ट्स की कीमत बढ़ाया जाना मुश्किल है. ऐसे में इस बजट के जरिए महंगाई पर लगाम लगाना जरूरी है, ताकि इंडस्ट्रीज को इसका फायदा मिलेगा.