हल्द्वानीः उत्तराखंड में अब इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन नए आयाम स्थापित करने जा रहा है. इंडियन ऑयल ने अब अपने उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रदेश के आंतरिक और ग्रामीण क्षेत्रों में 12 नए एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटरशिप स्थापित करने की योजना बनाई है. साथ ही यात्रा मार्ग पर अतिरिक्त पेट्रोल पंप की भी व्यवस्था करने जा रहा है.
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कार्यकारी निदेशक विनय मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि इंडियन ऑयल ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में उत्तराखंड सरकार के खजाने में करीब 1013 करोड़ रुपये का टैक्स में योगदान दिया है. राज्य में इंडियन ऑयल पीएमजीवाई के आरंभ होने के बाद 87% से बढ़कर शत प्रतिशत हो चुकी है.
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साथ ही कहा कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने उत्तराखंड में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 2 लाख 1 हजार 371 नए कनेक्शन दिए हैं. जबकि देशभर में 2.1 करोड़ से अधिक नए एलपीजी कनेक्शन जारी किए गए हैं. जिससे इंडियन ग्राहक का आधार 14.8 करोड़ से अधिक बढ़ गया है.
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के जीएम ने कहा कि वर्तमान में उत्तराखंड में सितारगंज में 160 करोड़ रुपये का कुल निवेश किया जा रहा है. जिससे एलपीजी बॉटलिंग प्लांट लगाया जा रहा है. जिसकी क्षमता 120 टीएमटी प्रतिवर्ष होगी. इसमें 600 एमटीके एलपीजी स्टोरेज वेसल होंगे. सीएनजी पर बोलते हुए कहा कि रुद्रपुर में सीएनजी पंप लगाया जा रहा है. जल्द ही पांच अन्य सीएनजी पंप लगाए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए दुर्गम क्षेत्र में 6 जगहों पर वितरकों को तैनात किया जाएगा. केदारनाथ मार्ग पर पेट्रोल-डीजल की कमी के मद्देनजर वहां पर अतिरिक्त पेट्रोल पंप की भी व्यवस्था की जाएगी. साथ ही कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में घरेलू एलपीजी गैस उपलब्ध कराने के लिए भी डिस्ट्रीब्यूटर पॉइंट खोले जाएंगे.