देहरादून: राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के नए ओटी एंड इमरजेंसी भवन में राष्ट्रीय स्तर की शल्य चिकित्सा से संबंधित सजीव कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. इस दो दिवसीय कार्यशाला में देशभर के शल्य चिकित्सक लेप्रोस्कोपीक सर्जरी का लाइव डेमोस्ट्रेशन कर रहे हैं. इस सजीव कार्यशाला में देशभर के दूरबीन सर्जरी से संबंधित विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है और उन विशेषज्ञों द्वारा चिकित्सकीय पद्धति के तहत लेप्रोस्कोपिक सर्जरी विषयों पर सजीव शल्य चिकित्सा करने के साथ-साथ व्याख्यान भी दिए जा रहे हैं.
वहीं, दून चिकित्सालय में सर्जरी कराने के लिए उत्तराखंड राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों से आए मरीजों की देशभर से आए विशेषज्ञ सर्जन के द्वारा सर्जरी की जा रही है. जिनमें डॉक्टर जुगेंद्र के द्वारा हर्निया सीबीडी लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और टीएलएच (टोटल लेप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी) की सर्जरी को अंजाम दिया गया है. इसके अलावा डॉ निखिल सिंह के द्वारा कोलेसिस्टेक्टमी सर्जरी, डॉक्टर पी सूर्यवंशी के द्वारा किडनी की बीमारी से संबंधित मरीज की सर्जरी की गई है.
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मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना का कहना है कि राजकीय दून मेडिकल कॉलेज और संबद्ध दून चिकित्सालय जो कि राज्य के एक उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थान है, यहां एक चिकित्सक होने के नाते हमारा कर्तव्य बनता है कि हम समस्त आम जनमानस को अधिक से अधिक चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराएं. इसी कड़ी में वर्तमान मे दून अस्पताल में निरंतर रूप से नवीन चिकित्सा सुविधाओं को उपलब्ध कराया जा रहा है.
इसके अलावा अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर लाइफस्टाइल क्लीनिक आदि नवीनतम चिकित्सा सुविधाएं जल्द शुरू होने जा रही है. उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का मकसद लोगों को लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के प्रति जागरूक करना है और उनकी भ्रांतियों को दूर करना है. इस दौरान कार्यशाला में मेडिकल कॉलेज की छात्र-छात्राएं भी बढ़-चढ़कर प्रतिभाग कर रही हैं और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर रही हैं.