ETV Bharat / state

उत्तराखंड के बाड़ाहोती सेक्टर में चीनी सेना एक्टिव, भारत भी हुआ अलर्ट

author img

By

Published : Jul 21, 2021, 5:04 PM IST

Updated : Jul 21, 2021, 5:15 PM IST

बताया जा रहा है कि चीनी सेना के करीब 35 जवान हाल ही में उत्तराखंड के बाड़ाहोती सेक्टर में आए थे. चीनी सेना के जवान लगातार इस इलाके की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि भारत की तरफ से भी चीनी सैनिकों की घुसपैठ को देखते हुए सभी तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं. चीनी सेना की गतिविधियों को देखते हुए भारत अलर्ट हो गया है.

concept image
कॉन्सेप्ट इमेज

देहरादून: चीन अपनी हरकतों से बाज आता नहीं दिख रहा है. लद्दाख के बाद अब उत्तराखंड से लगी सीमा पर भी चीन एक्टिव दिख रहा है. करीब छह महीने से भी ज्यादा वक्त के बाद चीनी सेना (Chinese Army) की उत्तराखंड के बाड़ाहोती सेक्टर (Barahoti Sector) में गतिविधि दिखी है.

दरअसल, चीनी सेना ने बाड़ाहोती इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास अपनी गतिविधियों को बढ़ा दिया है. हाल ही में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की एक प्लाटून को यहां सक्रिय देखा गया था. बाड़ाहोती इलाके को एलएसी के सेंट्रल सेक्टर के नाम से भी जाना जाता है, वहां चीन की गतिविधियां बढ़ी हैं. चीन यहां पर भविष्य में भी अपनी गतिविधियां बढ़ा सकता है, जिससे निपटने की तैयारी भारत की ओर से भी की जा रही है.

पढ़ें- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी से मिले सीडीएस बिपिन रावत

बताया जा रहा है कि चीनी सेना के करीब 35 जवान हाल ही में उत्तराखंड के बाड़ाहोती सेक्टर में आए थे. चीनी सेना के जवान लगातार इस इलाके की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि भारत की तरफ से भी चीनी सैनिकों की घुसपैठ को देखते हुए सभी तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं. चीनी सेना की गतिविधियों को देखते हुए भारत अलर्ट हो गया है.

बता दें कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS general bipin rawat) और सेंट्रल आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाय डिमरी (Central Army Commander Lt Gen Y Dimri) ने हाल ही में उत्तराखंड से लगी चीन सीमा (china border) का दौरा किया था और स्थिति का जायजा लिया था.

पढ़ें- CM धामी से मिले CDS बिपिन रावत, उत्तराखंड में ड्रोन तकनीक विकसित करने पर सहमति

बाड़ाहोती इलाके के पास एक हवाई अड्डे पर चीनी गतिविधियां तेज हो गई हैं और वहां उनके द्वारा बड़ी संख्या में ड्रोन तैनात किए गए हैं. भारतीय वायु सेना ने वहां कुछ हवाई अड्डों को भी सक्रिय कर दिया है, जिसमें चिन्यालीसौंण एडवांस लैंडिंग ग्राउंड भी शामिल है, जहां एएन-32s लगातार लैंडिंग कर रहे हैं. चिनूक हेवी-लिफ्ट हेलीकॉप्टर भी उस क्षेत्र में काम कर रहे हैं और जब भी आवश्यक हो, अंतर-घाटी सेना स्थानांतरण कर सकते हैं.

उत्तराखंड में चीनी सेना का उल्लंघन: 2014 में सीमा क्षेत्र के अंतिम चौकी रिमखिम के पास चीनी हेलीकॉप्टर काफी देर तक मंडराते रहे. 2015 में चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसकर स्थानीय चरवाहों का सामान नष्ट कर दिया था. 2016 में सीमा के नजदीक इलाकों के निरीक्षण के दौरान चमोली जिला प्रशासन की टीम का चीनी सैनिकों से सामना हुआ था.

वहीं, 3 जून वर्ष 2017 को बाड़ाहोती में दो चीनी हेलीकॉप्टर 3 मिनट तक मंडराते रहे. 25 जुलाई वर्ष 2017 को सीमा क्षेत्र में चीनी सेना के 200 जवान भारतीय सीमा में एक किलोमीटर अंदर तक घुस आए. 10 मार्च 2018 को बाड़ाहोती में चीनी सेना के तीन हेलीकॉप्टर भारतीय सीमा में 4 किलोमीटर अंदर तक घुस आए. जुलाई 2018 में चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस आए थे, तब भारतीय सेना ने उन्हें खदेड़ा था.

देहरादून: चीन अपनी हरकतों से बाज आता नहीं दिख रहा है. लद्दाख के बाद अब उत्तराखंड से लगी सीमा पर भी चीन एक्टिव दिख रहा है. करीब छह महीने से भी ज्यादा वक्त के बाद चीनी सेना (Chinese Army) की उत्तराखंड के बाड़ाहोती सेक्टर (Barahoti Sector) में गतिविधि दिखी है.

दरअसल, चीनी सेना ने बाड़ाहोती इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास अपनी गतिविधियों को बढ़ा दिया है. हाल ही में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की एक प्लाटून को यहां सक्रिय देखा गया था. बाड़ाहोती इलाके को एलएसी के सेंट्रल सेक्टर के नाम से भी जाना जाता है, वहां चीन की गतिविधियां बढ़ी हैं. चीन यहां पर भविष्य में भी अपनी गतिविधियां बढ़ा सकता है, जिससे निपटने की तैयारी भारत की ओर से भी की जा रही है.

पढ़ें- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी से मिले सीडीएस बिपिन रावत

बताया जा रहा है कि चीनी सेना के करीब 35 जवान हाल ही में उत्तराखंड के बाड़ाहोती सेक्टर में आए थे. चीनी सेना के जवान लगातार इस इलाके की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि भारत की तरफ से भी चीनी सैनिकों की घुसपैठ को देखते हुए सभी तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं. चीनी सेना की गतिविधियों को देखते हुए भारत अलर्ट हो गया है.

बता दें कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS general bipin rawat) और सेंट्रल आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाय डिमरी (Central Army Commander Lt Gen Y Dimri) ने हाल ही में उत्तराखंड से लगी चीन सीमा (china border) का दौरा किया था और स्थिति का जायजा लिया था.

पढ़ें- CM धामी से मिले CDS बिपिन रावत, उत्तराखंड में ड्रोन तकनीक विकसित करने पर सहमति

बाड़ाहोती इलाके के पास एक हवाई अड्डे पर चीनी गतिविधियां तेज हो गई हैं और वहां उनके द्वारा बड़ी संख्या में ड्रोन तैनात किए गए हैं. भारतीय वायु सेना ने वहां कुछ हवाई अड्डों को भी सक्रिय कर दिया है, जिसमें चिन्यालीसौंण एडवांस लैंडिंग ग्राउंड भी शामिल है, जहां एएन-32s लगातार लैंडिंग कर रहे हैं. चिनूक हेवी-लिफ्ट हेलीकॉप्टर भी उस क्षेत्र में काम कर रहे हैं और जब भी आवश्यक हो, अंतर-घाटी सेना स्थानांतरण कर सकते हैं.

उत्तराखंड में चीनी सेना का उल्लंघन: 2014 में सीमा क्षेत्र के अंतिम चौकी रिमखिम के पास चीनी हेलीकॉप्टर काफी देर तक मंडराते रहे. 2015 में चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसकर स्थानीय चरवाहों का सामान नष्ट कर दिया था. 2016 में सीमा के नजदीक इलाकों के निरीक्षण के दौरान चमोली जिला प्रशासन की टीम का चीनी सैनिकों से सामना हुआ था.

वहीं, 3 जून वर्ष 2017 को बाड़ाहोती में दो चीनी हेलीकॉप्टर 3 मिनट तक मंडराते रहे. 25 जुलाई वर्ष 2017 को सीमा क्षेत्र में चीनी सेना के 200 जवान भारतीय सीमा में एक किलोमीटर अंदर तक घुस आए. 10 मार्च 2018 को बाड़ाहोती में चीनी सेना के तीन हेलीकॉप्टर भारतीय सीमा में 4 किलोमीटर अंदर तक घुस आए. जुलाई 2018 में चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस आए थे, तब भारतीय सेना ने उन्हें खदेड़ा था.

Last Updated : Jul 21, 2021, 5:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.