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युवाओं में इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस का बढ़ रहा क्रेज, सात साल में तीन हजार से अधिक लोगों ने बनाए लाइसेंस

RTO International Driving License युवा विदेश में वाहन चलाने को लेकर खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदन इस बात की तस्दीक कर रही है. देहरादून आरटीओ से सात साल में तीन हजार से अधिक लोग इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनवा चुके हैं, जबकि कई लोगों के आवेदन जांच प्रक्रिया में गतिमान हैं.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 18, 2023, 7:19 AM IST

देहरादून: राजधानी देहरादून के युवाओं में विदेश में गाड़ी चलाने को लेकर लगातार क्रेज बढ़ रहा है. यह क्रेज इस कदर है कि साल दर साल इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए कतार लंबी होती जा रही है. पिछले सात साल में ही तीन हजार से अधिक लोग देहरादून आरटीओ से इंटरनेशनल डीएल बनवा चुके हैं, जबकि 150 से अधिक आवेदन अभी जांच प्रक्रिया के तहत लंबित हैं.

ऐसे करें आवेदन: बता दें कि कई देशों में गाड़ी चलाने के लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है. भारतीय सड़क परिवहन प्राधिकरण इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस जारी करता है.आरटीओ कार्यालय से ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन और ऑफलाइन बनवा सकते हैं. साल 1949 में जेनेवा कन्वेंशन ऑन रोड ट्रैफिक में सड़क सुरक्षा को लेकर कई मुद्दों पर सहमति बनी. इसमें इंटरनेशनल डीएल को लेकर आम सहमति बनाई गई. इस पर 150 देशों ने दस्तखत किए. जिसके बाद इन सभी देशों में यह डीएल मान्य है. इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए भारत का नागरिक होने के साथ ही स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है. डीएल के लिए आप नजदीकी आरटीओ ऑफिस में आवेदन करने के साथ ही parivahan.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
पढ़ें-हल्द्वानी में बनेगा उत्तराखंड का पहला हाईटेक मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल, 30 कमरों का होगा हॉस्टल

इतनी लगती है फीस: इसमें आपको उस देश का उल्लेख करना होगा, जहां आप जा रहे हैं. इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने के लिए फॉर्म 4ए भरना होगा. सभी डॉक्यूमेंट्स की फोटोकॉपी के साथ फॉर्म को अपलोड कर डीएल बनवाया जा सकता है. इसके लिए एक हजार रुपए की फीस निर्धारित है. जिसके बाद लाइसेंस एक साल के लिए वैध होता है. इस दौरान विदेश जाने पर अगर लाइसेंस की समय सीमा समाप्त हो जाती है तो संबंधित दूतावास के माध्यम से पुन: आवेदन किया जा सकता है. परिवहन विभाग ऑनलाइन आवेदन को स्वीकार कर लाइसेंस को संबंधित पते पर भेज देता है.
पढ़ें-दून में ट्रांसपोर्ट सेवाओं को लेकर बड़े बदलाव की तैयारी, विक्रम और पुरानी बसों को हटाने की कवायद

आवेदन के लिए क्या दस्तावेज चाहिए: इंटरनेशनल डीएल के लिए वर्तमान ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी के साथ जिस देश में यात्रा करने जा रहे हैं, वहां के पासपोर्ट व वीजा की कॉपी होनी चाहिए. इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय यात्रा के टिकट की प्रति, आय प्रमाणपत्र व निवास प्रमाणपत्र की प्रति,आधार कार्ड, हेल्थ फिटनेस प्रमाणपत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, निवास प्रमाण पत्र, आयु-प्रमाण पत्र की कॉपी उपलब्ध करानी होगी. आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया है कि इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस को इंटरनेशनल ट्रैफिक कंट्रोल एसोसिएशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी बनवा सकते हैं. लेकिन यहां पर 34 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 2,831 रुपए खर्च करने पड़ते हैं. जबकि आरटीओ कार्यालय से महज एक हजार रुपये शुल्क में यह लाइसेंस बन जाता है.

देहरादून: राजधानी देहरादून के युवाओं में विदेश में गाड़ी चलाने को लेकर लगातार क्रेज बढ़ रहा है. यह क्रेज इस कदर है कि साल दर साल इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए कतार लंबी होती जा रही है. पिछले सात साल में ही तीन हजार से अधिक लोग देहरादून आरटीओ से इंटरनेशनल डीएल बनवा चुके हैं, जबकि 150 से अधिक आवेदन अभी जांच प्रक्रिया के तहत लंबित हैं.

ऐसे करें आवेदन: बता दें कि कई देशों में गाड़ी चलाने के लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है. भारतीय सड़क परिवहन प्राधिकरण इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस जारी करता है.आरटीओ कार्यालय से ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन और ऑफलाइन बनवा सकते हैं. साल 1949 में जेनेवा कन्वेंशन ऑन रोड ट्रैफिक में सड़क सुरक्षा को लेकर कई मुद्दों पर सहमति बनी. इसमें इंटरनेशनल डीएल को लेकर आम सहमति बनाई गई. इस पर 150 देशों ने दस्तखत किए. जिसके बाद इन सभी देशों में यह डीएल मान्य है. इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए भारत का नागरिक होने के साथ ही स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है. डीएल के लिए आप नजदीकी आरटीओ ऑफिस में आवेदन करने के साथ ही parivahan.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
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इतनी लगती है फीस: इसमें आपको उस देश का उल्लेख करना होगा, जहां आप जा रहे हैं. इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने के लिए फॉर्म 4ए भरना होगा. सभी डॉक्यूमेंट्स की फोटोकॉपी के साथ फॉर्म को अपलोड कर डीएल बनवाया जा सकता है. इसके लिए एक हजार रुपए की फीस निर्धारित है. जिसके बाद लाइसेंस एक साल के लिए वैध होता है. इस दौरान विदेश जाने पर अगर लाइसेंस की समय सीमा समाप्त हो जाती है तो संबंधित दूतावास के माध्यम से पुन: आवेदन किया जा सकता है. परिवहन विभाग ऑनलाइन आवेदन को स्वीकार कर लाइसेंस को संबंधित पते पर भेज देता है.
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आवेदन के लिए क्या दस्तावेज चाहिए: इंटरनेशनल डीएल के लिए वर्तमान ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी के साथ जिस देश में यात्रा करने जा रहे हैं, वहां के पासपोर्ट व वीजा की कॉपी होनी चाहिए. इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय यात्रा के टिकट की प्रति, आय प्रमाणपत्र व निवास प्रमाणपत्र की प्रति,आधार कार्ड, हेल्थ फिटनेस प्रमाणपत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, निवास प्रमाण पत्र, आयु-प्रमाण पत्र की कॉपी उपलब्ध करानी होगी. आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया है कि इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस को इंटरनेशनल ट्रैफिक कंट्रोल एसोसिएशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी बनवा सकते हैं. लेकिन यहां पर 34 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 2,831 रुपए खर्च करने पड़ते हैं. जबकि आरटीओ कार्यालय से महज एक हजार रुपये शुल्क में यह लाइसेंस बन जाता है.

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