मसूरी: हिलदारी संस्था ने कंपनी गार्डन में प्लास्टिक से बने कूड़ेदान लगाए हैं. ताकि पर्यटक कूड़ा इधर-उधर ना फेंकें और नो-लिटरिंग का संदेश पर्यटकों तक पहुंच सके. मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता द्वारा कंपनी गार्डन में लो वैल्यू प्लास्टिक से निर्मित कूड़ादान का लोकार्पण किया गया.
हिलदारी संस्था मसूरी में पिछले दो वर्षों से शहर में ठोस और प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के लिए समावेशी, प्रासंगिक और लचीला मॉडल विकसित करने के लिए काम कर रही है. मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता द्वारा कंपनी गार्डन में लो वैल्यू प्लास्टिक से निर्मित कूड़ादान का लोकार्पण किया गया.
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इस अवसर पर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि मसूरी शहर में ऐसे ही कूड़ादान अतिशीघ्र लगाये जाएंगे. ताकि टूरिस्ट इन बातों से अवगत हो सकें कि कूड़ा भी संसाधन के रूप में उपयोग हो सकता है. इस मौके पर हिलदार प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि शहर के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर 15 प्लास्टिक बेंच और कचरे से बनीं 2 ग्लास बेंच लगाई गई हैं.
प्रोजेक्ट मैनेजर शुक्ला ने बताया कि पुनर्ननवीनीकरण प्लास्टिक के कूड़े-डिब्बे को कार्यशाला-क्यू नामक एक ईको-उत्पाद निर्माण कंपनी द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है. उन्होंने कहा कि पहाड़ियों के प्रति जिम्मेदारी रखने के लिए प्रत्येक लिटरबिन (कूड़ादान) में 180 लीटर की संयुक्त क्षमता होती है. इसे पुनर्ननवीनीकरण प्लास्टिक (मल्टी लेयर पैकेजिंग, एचडीपीई और एलडीपीई प्लास्टिक) का उपयोग करके बनाया जाता है. इन 10 कूड़ेदानों को बनाने में कुल 125 किलोग्राम प्लास्टिक को रिसाइकिल किया गया है.