ऋषिकेश: राज्य में प्रवासियों को क्वारंटाइन करने के लिए सरकार ने ग्राम प्रधानों को जिम्मेदारी दी है, लेकिन ऋषिकेश तहसील क्षेत्र के ग्राम प्रधानों ने क्वरेंटाइन के इंतजामों के लिए सरकार की ओर से दी जाने वाली वित्तीय सहायता को नाकाफी बताया है. ग्राम प्रधानों ने साफ कह दिया है कि यहां आने वाले प्रवासियों के क्वारंटाइन व्यवस्था के लिए दिए जा रहे 10 हजार रुपए नाकाफी है, सरकार को इस पर पुनः विचार करने की आवश्यकता है.
दरअसल, डीएम की ओर से नियुक्त समन्वय अधिकारी अपूर्वा पांडे ने रविवार को ऋषिकेश क्षेत्र के समस्त ग्राम प्रधानों की बैठक ली थी, जिसमें उन्होंने ने यह बात कही. इस दौरान अपूर्वा पांडे ने प्रधानों से प्रवासियों से संबंधित फीडबैक लिया. उन्हें क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए. ग्राम प्रधानों की बात को जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने का भरोसा भी दिया.
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अपूर्वा पांडेय ने बताया कि क्वारंटाइन की व्यवस्था को लेकर ग्राम प्रधानों के साथ बैठक बुलाई गई हैं. बैठक में समस्याओं को सुनकर समन्वय बैठाने की कोशिश की जा रही है.