देहरादून: कोरोना वायरस से प्रभावित विश्व की 15 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत का नाम भी शुमार है. कोरोना वायरस के कारण भारत में भी आयात व निर्यात पर ब्रेक लग गया है. साथ ही स्कूल, कॉलेज, शॉपिंग मॉल, मल्टीनेशनल कंपनियों को आगामी 31 मार्च तक के लिए बंद किया गया है. ऐसे में आने वाले समय में कहीं न कहीं देश की आर्थिकी पर इसका असर पड़ना तय माना जा रहा है.
प्रदेश के जाने-माने अर्थशास्त्री और वरिष्ठ स्तंभकार सुशील कुमार सिंह ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है. ईटीवी भारत से खास बातचीत को दौरान सुशील कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते देश का हर सेक्टर कहीं न कहीं प्रभावित होता नजर आ रहा है. इसका असर आने वाले समय में सीधे तौर पर देश की आर्थिकी पर पड़ना तय है.
विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए सुशील कुमार ने कहा कि जिस तरह आगामी 15 अप्रैल तक सभी वीजा कैंसिल कर दिए गए हैं, उससे सीधे तौर पर भारत को 85 सौ करोड़ का नुकसान होने जा रहा है. यही नहीं यदि कोरोना वायरस का प्रकोप जल्द ही नहीं थमा तो इससे पर्यटन के क्षेत्र में भी भारत को लगभग दो लाख करोड़ का नुकसान झेलना पड़ सकता है.
गौरतलब है कि वर्तमान में देश में शेयर मार्केट और सेंसेक्स भी 11 लाख करोड़ तक गिर गया है. ऐसे में यदि वैश्विक मंदी के इस दौर में जल्द ही परिस्थितियां सामान्य नहीं हुई तो भारत को लगभग 35 हजार करोड़ डॉलर का कुल नुकसान से जूझना पड़ेगा, जिससे लंबे समय तक उभर पाना भारत के लिए एक बड़ी चुनौती होगी.