देहरादून: कोरोना वायरस के चलते पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है. लॉकडाउन से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसी बीच रक्तदान के लिए आगे आने वाले लोगों की संख्या में भी कमी देखने को मिल रही है. बात चाहे राजधानी के अस्पतालों के ब्लड बैंक की हो या फिर आईएमए ब्लड बैंक की. सभी जगह ब्लड डोनेट करने वाले लोग नहीं है. जिसकी वजह से ब्लड बैंक का संचालन मुश्किल होने लगा है.
गौरतलब है कि, प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए बीते 17 दिनों का पूर्ण लॉकडाउन लगातार जारी है. ऐसे में लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. इसी कारण ब्लड बैंकों तक ब्लड डोनेट करने वाले लोग नहीं पहुच रहे हैं. उत्तराखंड इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के सचिव डॉ डीडी चौधरी ने बताया कि सामान्य दिनों में लॉकडाउन से पहले प्रति महीने आईएमए ब्लड बैंक में लगभग 2000 यूनिट ब्लड डोनेट होता था. लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप और लॉकडाउन के चलते वर्तमान में बीते 15 दिनों में महज 150 यूनिट ब्लड ही डोनेट किया गया है.
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डॉ डीडी चौधरी ने बताया कि लोगों को लॉकडाउन के बीच रक्तदान के लिए आगे आने से घबराने की जरूरत नहीं है. लॉकडाउन के बीच किसी ब्लड डोनर को कोई समस्या न हो इस बात का ख्याल रखते हुए आईएमए अपने सभी इच्छुक ब्लड डोनर्स को ईमेल के माध्यम से डोनर्स अपॉइंटमेंट फॉर्म जारी कर रहा है, जिसमें आइएमए पहुंचने का निर्धारित समय भी दिया जा रहा है.
इस अवधि में कोई भी व्यक्ति इस फॉर्म को दिखाकर आईएमए ब्लड बैंक पहुंचकर रक्तदान कर सकता है. वहीं दूसरी तरफ रक्तदान करने के बाद आईएमए अपने सभी रक्त दाताओं को डोनर सर्टिफिकेट भी प्रदान करेंगा. जिससे कि आईएमए से घर वापस लौटते समय यदि पुलिस पूछताछ करती है तो वह इस डोनर सर्टिफिकेट को दिखा सके.