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नमामि गंगे परियोजना में हो रही धांधली, अवैध रूप से मिट्टी बेचकर ठेकेदार लगा रहे करोड़ों का चूना

ऋषिकेश में नमामि गंगे परियोजना के तहत लगभग 150 करोड़ की लागत से सीवर लाइन और सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य चल रहा है. इस कार्य में वीरभद्र मार्ग पर लक्कदघाट तक सीवर लाइन के लिए सड़कों की खुदाई कर पाइप लाइन बिछायी  जानी है. पाइपलाइन बिछाने के लिए खुदाई कर निकाली गई मिट्टी को ठेकेदार बेच रहे हैं.

नमामि गंगे परियोजना में हो रही धांधली
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Published : Jun 7, 2019, 2:00 PM IST

ऋषिकेश: शहर में चल रही नमामि गंगे परियोजना के तहत सीवर लाइन कार्य में ठेकेदार अवैध रूप से मिट्टी बेच कर विभाग को लाखों का चूना लगा रहे हैं. स्थानीय लोगों ने ठेकेदार और विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत कर मिट्टी के सौदे का आरोप लगाया है. वहीं परियोजना प्रबंधक कार्रवाई की बात कह कर खानापूर्ति कर रहे हैं.

नमामि गंगे परियोजना में हो रही धांधली.

ऋषिकेश में नमामि गंगे परियोजना के तहत लगभग 150 करोड़ की लागत से सीवर लाइन और सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य चल रहा है. इस कार्य में वीरभद्र मार्ग पर लक्कदघाट तक सीवर लाइन के लिए सड़कों की खुदाई कर पाइप लाइन बिछायी जानी है. पाइपलाइन बिछाने के लिए खुदाई कर निकाली गई मिट्टी को ठेकेदार बेच रहे हैं. स्थानीय पार्षद लव काम्बोज ने बताया कि ठेकेदार ने शाम चार बजे के बाद उनसे मिट्टी बेचने के लिए संपर्क किया था. साथ ही मिट्टी बिकवाने के एवज में ठेकेदार ने 300 रुपए प्रति ट्रॉली देने की पेशकश भी की थी.

वहीं जब मिट्टी को बेचने के बारे में प्रोजेक्ट मैनेजर से बात की गई तो उनका कहना था एक बार पहले भी मिट्टी बेचने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद ठेकेदार पर 1 लाख का जुर्माना लगाया गया था. उसके बाद दोबारा मिट्टी बेचने की शिकायत नहीं मिली. अगर इस तरह का मामला फिर से संज्ञान में आता है तो ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

ऋषिकेश: शहर में चल रही नमामि गंगे परियोजना के तहत सीवर लाइन कार्य में ठेकेदार अवैध रूप से मिट्टी बेच कर विभाग को लाखों का चूना लगा रहे हैं. स्थानीय लोगों ने ठेकेदार और विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत कर मिट्टी के सौदे का आरोप लगाया है. वहीं परियोजना प्रबंधक कार्रवाई की बात कह कर खानापूर्ति कर रहे हैं.

नमामि गंगे परियोजना में हो रही धांधली.

ऋषिकेश में नमामि गंगे परियोजना के तहत लगभग 150 करोड़ की लागत से सीवर लाइन और सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य चल रहा है. इस कार्य में वीरभद्र मार्ग पर लक्कदघाट तक सीवर लाइन के लिए सड़कों की खुदाई कर पाइप लाइन बिछायी जानी है. पाइपलाइन बिछाने के लिए खुदाई कर निकाली गई मिट्टी को ठेकेदार बेच रहे हैं. स्थानीय पार्षद लव काम्बोज ने बताया कि ठेकेदार ने शाम चार बजे के बाद उनसे मिट्टी बेचने के लिए संपर्क किया था. साथ ही मिट्टी बिकवाने के एवज में ठेकेदार ने 300 रुपए प्रति ट्रॉली देने की पेशकश भी की थी.

वहीं जब मिट्टी को बेचने के बारे में प्रोजेक्ट मैनेजर से बात की गई तो उनका कहना था एक बार पहले भी मिट्टी बेचने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद ठेकेदार पर 1 लाख का जुर्माना लगाया गया था. उसके बाद दोबारा मिट्टी बेचने की शिकायत नहीं मिली. अगर इस तरह का मामला फिर से संज्ञान में आता है तो ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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ऋषिकेश--ऋषिकेश में चल रहे नमामि गंगे परियोजना के तहत सीवर लाइन कार्य में ठेकेदार अवैध रूप से मिट्टी को बेच कर विभाग को लाखों का चूना लगा रहे हैं,स्थानीय लोगों ने ठेकेदार और विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत कर मिट्टी के सौदे का आरोप लगाया है,वहीं परियोजना प्रबंधक कार्यवाही की बात कर खानापूर्ति कर रहे हैं।


Body:वी/ओ--ऋषिकेश में नमामि गंगे परियोजना के तहत लगभग 150 करोड़ की लागत से सीवर लाइन और सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य चल रहा है इस कार्य मे वीरभद्र मार्ग पर लक्कदघाट तक सीवर लाइन के लिए सड़कों की खुदाई कर पाइप लाइन बिछाया जा रहा है लेकिन पाइपलाइन बिछाने के लिए खुदाई कर निकाली गई मिट्टी को ठेकेदार बेच रहे हैं,स्थानीय पार्षद लव काम्बोज ने बताया कि ठेकेदार के द्वारा मिट्टी को शाम 4 बजे के बाद बेचा जाता है वहीं मिट्टी को बेचने के लिए ठेकेदार ने मुझ से भी समपर्क किया था मिट्टी बिकवाने के एवज में 300 रुपए प्रति ट्रॉली देने की पेशकश की थी ।

बाईट--लव काम्बोज(स्थानीय पार्षद)


Conclusion:वी/ओ--वहीं जब मिट्टी को बेचने के बारे में प्रोजेक्ट मैनेजर से बात की गई तो उनका कहना थी एक बार पहले मिट्टी बेचने की शिकायत मिली थी जिसके बाद ठेकेदार पर 1 लाख का जुर्माना लगाया गया था,लेकिन दोबारा मिट्टी बेचने की शिकायत नही मिली है अगर इस तरह का मामला फिर से संज्ञान में आता है तो ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

बाईट--संदीप कश्यप(प्रोजेक्ट मैनेजर)
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