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गंगा किनारे नहीं रुक रहे अवैध निर्माण, MDDA ने साधी चुप्पी - गंगा किनारे अवैध निर्माण

एनजीटी और हाई कोर्ट के प्रतिबंध के बावजूद ऋषिकेश में गंगा किनारे अवैध निर्माण धड़ल्ले से हो रहे हैं. एमडीडीए और स्थानीय प्रशासन इन पर रोक नहीं लगा पा रहा है.

Rishikesh
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Published : Dec 11, 2019, 2:41 PM IST

Updated : Dec 11, 2019, 3:48 PM IST

ऋषिकेश: गंगा में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए गंगा के किनारे पर उच्च न्यायालय और एनजीटी ने निर्माण पर प्रतिबंध लगाया गया है. बावजूद इसके गंगा के किनारे पर धड़ल्ले से अवैध निर्माण जारी है. वहीं, एमडीडीए के अधिकारी इस पूरे मसले पर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं. ऐसे में गंगा में बढ़ रहे प्रदूषण पर रोक लगना मुश्किल है.

गंगा किनारे धड़ल्ले से हो रहे अवैध निर्माण

गौर हो कि गंगा में बढ़ते प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ एनजीटी ने भी कड़े नियम बनाए हैं लेकिन इनको अनदेखा कर गंगा के किनारे पर धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहा है. वर्तमान में गंगा के किनारे पर एक नहीं बल्कि दर्जनों निर्माण जारी हैं.

इन जगहों पर हो रहे निर्माण

  • नीर गड्डू क्षेत्र में गंगा से सटे बहुमंजिला इमारत का निर्माण किया जा रहा है. हालांकि, उस निर्माण को हरिद्वार विकास प्राधिकरण ने सील किया था लेकिन बिल्डर द्वारा सील तोड़कर निर्माण किया जा रहा है.
  • नगर निगम के सामने गंगा किनारे आस्था पथ पर दो निर्माण किए जा रहे हैं.
  • साईं घाट के पास भी एक निर्माण आस्था पथ के किनारे ही किया जा रहा है. हालांकि, एमडीडीए ने उस बिल्डिंग को सील किया था लेकिन वहां पर बिल्डर के द्वारा सील होने के बावजूद भी निर्माण कार्य किया जा रहा है.

पढ़ें- बिना मान्यता प्राप्त चल रहे स्कूल, मुख्य शिक्षा अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

एमडीडी के अधिकारी कहते हैं कि उनके द्वारा एक बिल्डिंग को सील किया गया था और बाकी के निर्माण उनके संज्ञान में नहीं है. अब देखने वाली बात यह होगी कि एनजीटी के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एमडीडीए क्या कार्रवाई करता है?

ऋषिकेश: गंगा में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए गंगा के किनारे पर उच्च न्यायालय और एनजीटी ने निर्माण पर प्रतिबंध लगाया गया है. बावजूद इसके गंगा के किनारे पर धड़ल्ले से अवैध निर्माण जारी है. वहीं, एमडीडीए के अधिकारी इस पूरे मसले पर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं. ऐसे में गंगा में बढ़ रहे प्रदूषण पर रोक लगना मुश्किल है.

गंगा किनारे धड़ल्ले से हो रहे अवैध निर्माण

गौर हो कि गंगा में बढ़ते प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ एनजीटी ने भी कड़े नियम बनाए हैं लेकिन इनको अनदेखा कर गंगा के किनारे पर धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहा है. वर्तमान में गंगा के किनारे पर एक नहीं बल्कि दर्जनों निर्माण जारी हैं.

इन जगहों पर हो रहे निर्माण

  • नीर गड्डू क्षेत्र में गंगा से सटे बहुमंजिला इमारत का निर्माण किया जा रहा है. हालांकि, उस निर्माण को हरिद्वार विकास प्राधिकरण ने सील किया था लेकिन बिल्डर द्वारा सील तोड़कर निर्माण किया जा रहा है.
  • नगर निगम के सामने गंगा किनारे आस्था पथ पर दो निर्माण किए जा रहे हैं.
  • साईं घाट के पास भी एक निर्माण आस्था पथ के किनारे ही किया जा रहा है. हालांकि, एमडीडीए ने उस बिल्डिंग को सील किया था लेकिन वहां पर बिल्डर के द्वारा सील होने के बावजूद भी निर्माण कार्य किया जा रहा है.

पढ़ें- बिना मान्यता प्राप्त चल रहे स्कूल, मुख्य शिक्षा अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

एमडीडी के अधिकारी कहते हैं कि उनके द्वारा एक बिल्डिंग को सील किया गया था और बाकी के निर्माण उनके संज्ञान में नहीं है. अब देखने वाली बात यह होगी कि एनजीटी के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एमडीडीए क्या कार्रवाई करता है?

Intro:Ready to air
ऋषिकेश-- गंगा में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए गंगा के किनारे पर उच्च न्यायालय और एनजीटी ने निर्माण पर प्रतिबंध लगाया गया है इसके बावजूद भी गंगा के किनारे पर धड़ल्ले से अवैध निर्माण जारी है वही एमडीडीए के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। ऐसे में अब गंगा में बढ़ रहे प्रदूषण पर रोक लगना मुश्किल है।


Body:वी/ओ-- गंगा में बढ़ते प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ एनजीटी ने भी कड़े नियम बनाए हैं लेकिन इन सभी को अनदेखा कर कई लोग गंगा के किनारे पर धड़ल्ले से अवैध निर्माण कर रहे हैं वर्तमान में गंगा के किनारे पर एक नहीं बल्कि दर्जनों निर्माण जारी हैं नीर गड्डू क्षेत्र में गंगा से सटे बहुमंजिला इमारत का निर्माण किया जा रहा है,हालांकि उस निर्माण को हरिद्वार विकास प्राधिकरण ने सील किया था लेकिन बिल्डर द्वारा सील तोड़कर निर्माण किया जा रहा है, नगर निगम के सामने गंगा किनारे आस्था पथ पर दो निर्माण किए जा रहे हैं साईं घाट के पास भी एक निर्माण आस्था पथ के किनारे ही किया जा रहा है हालांकि एमडीडीए ने उस बिल्डिंग को सील किया था लेकिन वहां पर बिल्डर के द्वारा सील होने के बावजूद भी निर्माण कार्य किया जा रहा है साईं घाट पर हुए निर्माण के अलावा एमडीडीए ने गंगा के किनारे पर हो रहे निर्माण पर कोई भी कार्यवाही नहीं की है।


Conclusion:वी/ओ-- लगातार गंगा किनारे हो रहे निर्माणों की शिकायत मिलने के बाद भी अभी तक एमडीडीए के द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है हालांकि एमडीडीके अधिकारी कहते हैं कि उनके द्वारा एक बिल्डिंग को सील किया गया था और बाकी के निर्माण उनके संज्ञान में नहीं है अब देखने वाली बात यह होगी कि एनजीटी के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एमडीडीए क्या कार्रवाई करता है कार्रवाई करता भी है या सिर्फ खानापूर्ति ही करेगा।

बाईट--सुन्दर लाल सेमवाल(एमडीडीए सचिव)
Last Updated : Dec 11, 2019, 3:48 PM IST
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