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चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा, आईजी गढ़वाल ने दिए निर्देश - देहरादून हिंदी समाचार

तीर्थ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इसे देखते हुए गढ़वाल IG ने सभी SSP और DM को आपस में सामंजस्य स्थापित कर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि लोग देवस्थानम बोर्ड की गाइडलाइन का पालन जरूर करें.

Dehradun
आईजी गढ़वाल ने दिए निर्देश
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Published : Oct 8, 2020, 12:37 PM IST

देहरादून: कोरोना काल के बीच राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को काफी राहत दी है. वहीं, यात्रियों के आगमन और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है. ऐसे में तीर्थ यात्रा के दौरान कोविड नियमों का पालन करवाना प्रशासन के सामने भी एक बड़ी चुनौती है. लिहाजा, आईजी गढ़वाल ने निर्देश दिए हैं कि सभी डीएम और एसएसपी तालमेल बनाकर इस व्यवस्था को प्रभावी रूप से लागू करवाएं.

आईजी गढ़वाल ने दिए निर्देश

आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने तीर्थ यात्रियों से भी अपील की है कि सभी तीर्थयात्री अपना कोविड टेस्ट करवाकर चारधाम यात्रा के लिए आए और अनिवार्य रूप से चारधाम यात्रा पोर्टल में अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं. ताकि यात्रियों को चारधाम यात्रा के दौरान किसी भी तरह की असुविधा ना हो. आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पांच-छह महीने के बाद चारधाम यात्रा तीर्थयात्रियों के लिए प्रदेश में आगमन की प्रक्रिया को सहज किया गया है. वहीं, चारधाम यात्रा के लिए अभी एक महीने का समय ही शेष बचा है. 15 नवंबर तक चारधाम के कपाट बंद हो जाएंगे. ऐसे में इस बचे हुए पीरियड में निश्चित रूप से तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी इजाफा होने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें: देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारियों के लिए आगे आया अंबानी परिवार, वेतन के दिए 5 करोड़ रुपए

ऐसे में कोविड संक्रमण के चलते जहां पहले कम ही तीर्थयात्री चारधाम आ रहे थे. वहीं, अपना अनुमान है कि आगामी दिनों में यह संख्या प्रतिदिन बढ़ेगी. जिससे संक्रमण का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में आयुक्त गढ़वाल मंडल ने यात्रियों के लिए चारधाम दर्शन की संख्या निर्धारित की गई है.जहां बदरीनाथ और केदारनाथ के लिए तीन हजार प्रतिदिन श्रद्धालुओं की सीमा तय की है. वहीं, गंगोत्री के लिए 900 व यमुनोत्री के लिए 700 श्रद्घालु ही प्रतिदिन दर्शन कर पाएंगे. यह सीमा पैदल और सड़क मार्ग से जाने वालों के लिए है. इसके अलावा हेली सेवा लेने वालों यात्रियों के लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है.

ये भी पढ़ें: भक्तों के लिए अच्छी खबर, मंदिर के सभा मंडप से कर पाएंगे बाबा केदार के दर्शन

आईजी गढ़वाल ने बताया कि सभी डीएम और एसएसपी को निर्देश दिए गए हैं कि सब अपने डीएम से तालमेल बनाकर और इस व्यवस्था को प्रभावी रूप से लागू कराए. इसके अलावा तीर्थ यात्रियों से भी हमने सोशल मीडिया के जरिए अपील की है की सभी तीर्थयात्री इसमें अपना टेस्ट करवाकर ही चारधाम यात्रा पोर्टल में अपना रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रूप से करवाएं. उत्तराखंड आने वाले सभी तीर्थयात्री देवस्थानम बोर्ड द्वारा जो व्यवस्था लागू की गई है, उसका पालन करें.

देहरादून: कोरोना काल के बीच राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को काफी राहत दी है. वहीं, यात्रियों के आगमन और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है. ऐसे में तीर्थ यात्रा के दौरान कोविड नियमों का पालन करवाना प्रशासन के सामने भी एक बड़ी चुनौती है. लिहाजा, आईजी गढ़वाल ने निर्देश दिए हैं कि सभी डीएम और एसएसपी तालमेल बनाकर इस व्यवस्था को प्रभावी रूप से लागू करवाएं.

आईजी गढ़वाल ने दिए निर्देश

आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने तीर्थ यात्रियों से भी अपील की है कि सभी तीर्थयात्री अपना कोविड टेस्ट करवाकर चारधाम यात्रा के लिए आए और अनिवार्य रूप से चारधाम यात्रा पोर्टल में अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं. ताकि यात्रियों को चारधाम यात्रा के दौरान किसी भी तरह की असुविधा ना हो. आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पांच-छह महीने के बाद चारधाम यात्रा तीर्थयात्रियों के लिए प्रदेश में आगमन की प्रक्रिया को सहज किया गया है. वहीं, चारधाम यात्रा के लिए अभी एक महीने का समय ही शेष बचा है. 15 नवंबर तक चारधाम के कपाट बंद हो जाएंगे. ऐसे में इस बचे हुए पीरियड में निश्चित रूप से तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी इजाफा होने की उम्मीद है.

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ऐसे में कोविड संक्रमण के चलते जहां पहले कम ही तीर्थयात्री चारधाम आ रहे थे. वहीं, अपना अनुमान है कि आगामी दिनों में यह संख्या प्रतिदिन बढ़ेगी. जिससे संक्रमण का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में आयुक्त गढ़वाल मंडल ने यात्रियों के लिए चारधाम दर्शन की संख्या निर्धारित की गई है.जहां बदरीनाथ और केदारनाथ के लिए तीन हजार प्रतिदिन श्रद्धालुओं की सीमा तय की है. वहीं, गंगोत्री के लिए 900 व यमुनोत्री के लिए 700 श्रद्घालु ही प्रतिदिन दर्शन कर पाएंगे. यह सीमा पैदल और सड़क मार्ग से जाने वालों के लिए है. इसके अलावा हेली सेवा लेने वालों यात्रियों के लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है.

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आईजी गढ़वाल ने बताया कि सभी डीएम और एसएसपी को निर्देश दिए गए हैं कि सब अपने डीएम से तालमेल बनाकर और इस व्यवस्था को प्रभावी रूप से लागू कराए. इसके अलावा तीर्थ यात्रियों से भी हमने सोशल मीडिया के जरिए अपील की है की सभी तीर्थयात्री इसमें अपना टेस्ट करवाकर ही चारधाम यात्रा पोर्टल में अपना रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रूप से करवाएं. उत्तराखंड आने वाले सभी तीर्थयात्री देवस्थानम बोर्ड द्वारा जो व्यवस्था लागू की गई है, उसका पालन करें.

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