देहरादून: उत्तराखंड में मंत्री और अधिकारियों के बीच तनातनी कोई नई बात नहीं है. बीते दिनों राज्यमंत्री रेखा आर्य और उनके विभागीय निदेशक और सचिव के बीच का विवाद काफी सुर्खियों में था. वहीं, अब महिला आईएएस अधिकारी वंदना सिंह को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है. ऐसा हम नहीं बल्कि सरकार द्वारा जारी तबादलों के शासनादेश कह रहे हैं.
13 दिनों के भीतर आईएएस वंदना सिंह का उत्तराखंड शासन ने तीन बार ट्रांसफर कर दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आईएएस वंदना सिंह से नाराज चल रहे हैं. जिसके चलते 5 नवंबर को डीएम रुद्रप्रयाग की जिम्मेदारी संभाल रही वंदना सिंह का तबादला करते हुए शासन में अपर मुख्य सचिव, कार्मिक के कार्यालय में अटैच किया गया था. फिर 7 दिनों के बाद 12 नवंबर को उत्तराखंड शासन ने आईएएस वंदना सिंह को प्रबंध निदेशक, कुमाऊं मंडल विकास निगम के साथ ही उपाध्यक्ष, जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण नैनीताल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा था.
ये भी पढ़ें: IAS मनीषा की तरह ही रुद्रप्रयाग से 5 महीने में हटाई गईं वंदना, ये है वजह
आईएएस वंदना सिंह द्वारा जिम्मेदारी संभालने के लिए नैनीताल न जाने की वजह से एक बार फिर बुधवार को उत्तराखंड शासन ने उनका तबादला करने का आदेश जारी कर दिया है. बुधवार 18 नवंबर को जारी किए गए आदेश के अनुसार आईएएस वंदना सिंह को पूर्व में दी गई जिम्मेदारी से मुक्त करते हुए अपर सचिव, ग्रामीण विकास विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ऐसे में उत्तराखंड की जनता आईएएस वंदना सिंह को उत्तराखंड का 'अशोक खेमका' कह रही है.