देहरादून: उत्तराखंड सचिवालय में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद राज्य सरकार ने सचिवालय के सभी आला अधिकारियों को होम क्वारंटाइन के लिए भेज दिया है. कर्मचारी वर्ग के लिए कोई दिशा-निर्देश न होने के चलते कर्मचारियों ने सरकार पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया है.
बता दें कि, 29 मई को सचिवालय में हुई कैबिनेट बैठक में मौजूद रहे कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है. इसके बाद से ही उत्तराखंड सचिवालय में अफरा-तफरी का माहौल है. सरकार ने कैबिनेट बैठक में मौजूद रहे सभी मंत्रियों के साथ-साथ सभी आईएएस और पीसीएस रैंक के अधिकारियों को होम क्वारंटाइन के लिए भेज दिया है. लेकिन सचिवालय में मौजूद कर्मचारी वर्ग के लोगों का कहना है कि सरकार ने उनके लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं दिए हैं. जबकि सचिवालय में संक्रमण का जोखिम सबसे ज्यादा है.
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सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि कैबिनेट वाले दिन सतपाल महाराज का पूरा स्टाफ विजिटर रूम में बैठा था. जहां पर सचिवालय के कई कर्मचारी उनके संपर्क में आये थे. उन्होंने बताया कि सचिवालय में अत्यधिक दहशत का माहौल है और संघ की मांग है कि तकरीबन 1 सप्ताह के लिए सचिवालय को सभी कर्मचारियों के लिए बंद रखा जाए और सचिवालय को पूरी तरह से सील करके सैनिटाइज किया जाए ताकि संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके.