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चारधाम यात्रा: 'दर्शन कराओ या प्राण ले लो', ऋषिकेश में छलका हैदराबाद के तीर्थयात्रियों का दर्द

हैदराबाद से ऋषिकेश पहुंचे चारधाम यात्रियों ने पंजीकरण ना होने पर हंगामा किया. यात्रियों ने उत्तराखंड सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. तीर्थयात्री पंजीकरण देकर चारधाम यात्रा पर भेजने की मांग पर अड़े रहे. यात्री इतने आजिज आ गए कि उन्होंने कह दिया दर्शन कराओ या फिर हमारे प्राण ले लो.

Hyderabad commuters riot
हैदराबाद के यात्रियों का हंगामा
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Published : May 16, 2022, 11:16 AM IST

Updated : May 16, 2022, 4:23 PM IST

ऋषिकेश: चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में चारधाम यात्रियों का पंजीकरण कराया जा रहा है. लेकिन चिलचिलाती धूप में घंटों खड़े रहने के बाद भी यात्रियों का पंजीकरण नहीं हो पा रहा है. जिससे यात्रियों के सब्र का बांध टूट रहा है. इसी सिलसिले में सोमवार को ऋषिकेश चारधाम यात्रा पंजीकरण सेंटर पर पंजीकरण ना होने पर गुस्साए हैदराबाद के तीर्थ यात्रियों ने हंगामा (Hyderabad commuters create ruckus in Rishikesh) किया. यात्रियों ने उत्तराखंड सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. इसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तीर्थ यात्रियों को शांत कराया. इस दौरान तीर्थयात्री पंजीकरण देकर चारधाम यात्रा पर भेजने की मांग पर अड़े रहे.

सोमवार को बीटीसी परिसर में हैदराबाद के तीर्थयात्रियों ने अचानक हंगामा कर दिया. यात्रियों का कहना है कि चारधाम यात्रा पर जाने के लिए पंजीकरण नहीं कराया जा रहा है. तीर्थयात्रियों ने सरकार की व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि हजारों रुपए खर्च कर हैदराबाद से चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश पहुंचे हैं. मगर अब उनको चारधाम यात्रा पर जाने की अनुमति यह कहकर नहीं दी जा रही है कि चारों धामों में निर्धारित तीर्थयात्रियों की संख्या आगामी कुछ दिनों के लिए पूरी हो चुकी है. तीर्थयात्रियों ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें चारधम यात्रा मार्ग पर नहीं भेजा गया तो वह सरकार के खिलाफ धरना देने के लिए मजबूर होंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी.

चारधाम यात्री परेशान
ये भी पढ़ेंः जरूरी खबर: बिना रजिस्ट्रेशन वाले चारधाम यात्री भेजे जा रहे वापस, होटल एसोसिएशन नाराज

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि धरने से उठाने की कोशिश की गई तो वह जान भी दे देंगे. उनका कहना है कि भगवान के लिए आए हैं और दर्शन किए बगैर वापस नहीं जाएंगे. यदि सरकार को पंजीकरण की व्यवस्था के हिसाब से चलना था तो पहले ही पंजीकरण के एडवांस बुकिंग की जानकारी सार्वजनिक करनी थी. हजारों रुपए खर्च करके वह हैदराबाद से ऋषिकेश पहुंचे हैं, अब यहां रुकने का कोई औचित्य नहीं बनता है.

रविवार तक 4 लाख से ज्यादा श्रद्धालु कर चुके दर्शन: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ने लगी है. बीती 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. ऐसे में महज 12 दिन के भीतर ही 4 लाख 27 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ में पहुंचे हैं. जहां 1 लाख 52 हजार तीर्थयात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं.

केदारनाथ धाम में सबसे ज्यादा श्रद्धालु: केदारनाथ धाम में अभी तक 1,69,144 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. जबकि, बदरीनाथ धाम में 1,01,000 श्रद्धालु बदरी विशाल का आशीर्वाद ले चुके हैं. वहीं, गंगोत्री धाम में 84,863 श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन कर चुके हैं. इसके अलावा यमुनोत्री धाम में 71,518 श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. अगर इन आंकड़ों पर गौर करें तो यात्रा पूरे शबाब पर चल रही है.
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अब तक 39 श्रद्धालु गंवा चुके हैं जान: इस बार तीर्थयात्रा में श्रद्धालुओं की जान भी जा रही है. अब तक 39 तीर्थयात्री चारों धामों में जान गंवा चुके हैं. इसमें यमुनोत्री में 14, गंगोत्री में 04, केदारनाथ में 14 और बदरीनाथ में 7 यात्रियों की मौत हुई है. इनमें ज्यादातर हार्ट अटैक से मारे गए हैं. उत्तराखंड की डीजी हेल्थ शैलजा भट्ट ने बताया कि कुछ श्रद्धालुओं की मौत हाई ब्लेड प्रेशर से हुई है. कुछ की कार्डियक अरेस्ट से जान गई है. कुछ लोग माउंटेन सिकनेस से जान गंवा बैठे हैं. डीजी हेल्थ ने अपील की कि जिन श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वो मेडिकली अनफिट हैं, उन्हें चारधाम यात्रा पर नहीं आना चाहिए.

ऋषिकेश: चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में चारधाम यात्रियों का पंजीकरण कराया जा रहा है. लेकिन चिलचिलाती धूप में घंटों खड़े रहने के बाद भी यात्रियों का पंजीकरण नहीं हो पा रहा है. जिससे यात्रियों के सब्र का बांध टूट रहा है. इसी सिलसिले में सोमवार को ऋषिकेश चारधाम यात्रा पंजीकरण सेंटर पर पंजीकरण ना होने पर गुस्साए हैदराबाद के तीर्थ यात्रियों ने हंगामा (Hyderabad commuters create ruckus in Rishikesh) किया. यात्रियों ने उत्तराखंड सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. इसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तीर्थ यात्रियों को शांत कराया. इस दौरान तीर्थयात्री पंजीकरण देकर चारधाम यात्रा पर भेजने की मांग पर अड़े रहे.

सोमवार को बीटीसी परिसर में हैदराबाद के तीर्थयात्रियों ने अचानक हंगामा कर दिया. यात्रियों का कहना है कि चारधाम यात्रा पर जाने के लिए पंजीकरण नहीं कराया जा रहा है. तीर्थयात्रियों ने सरकार की व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि हजारों रुपए खर्च कर हैदराबाद से चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश पहुंचे हैं. मगर अब उनको चारधाम यात्रा पर जाने की अनुमति यह कहकर नहीं दी जा रही है कि चारों धामों में निर्धारित तीर्थयात्रियों की संख्या आगामी कुछ दिनों के लिए पूरी हो चुकी है. तीर्थयात्रियों ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें चारधम यात्रा मार्ग पर नहीं भेजा गया तो वह सरकार के खिलाफ धरना देने के लिए मजबूर होंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी.

चारधाम यात्री परेशान
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उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि धरने से उठाने की कोशिश की गई तो वह जान भी दे देंगे. उनका कहना है कि भगवान के लिए आए हैं और दर्शन किए बगैर वापस नहीं जाएंगे. यदि सरकार को पंजीकरण की व्यवस्था के हिसाब से चलना था तो पहले ही पंजीकरण के एडवांस बुकिंग की जानकारी सार्वजनिक करनी थी. हजारों रुपए खर्च करके वह हैदराबाद से ऋषिकेश पहुंचे हैं, अब यहां रुकने का कोई औचित्य नहीं बनता है.

रविवार तक 4 लाख से ज्यादा श्रद्धालु कर चुके दर्शन: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ने लगी है. बीती 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. ऐसे में महज 12 दिन के भीतर ही 4 लाख 27 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ में पहुंचे हैं. जहां 1 लाख 52 हजार तीर्थयात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं.

केदारनाथ धाम में सबसे ज्यादा श्रद्धालु: केदारनाथ धाम में अभी तक 1,69,144 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. जबकि, बदरीनाथ धाम में 1,01,000 श्रद्धालु बदरी विशाल का आशीर्वाद ले चुके हैं. वहीं, गंगोत्री धाम में 84,863 श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन कर चुके हैं. इसके अलावा यमुनोत्री धाम में 71,518 श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. अगर इन आंकड़ों पर गौर करें तो यात्रा पूरे शबाब पर चल रही है.
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अब तक 39 श्रद्धालु गंवा चुके हैं जान: इस बार तीर्थयात्रा में श्रद्धालुओं की जान भी जा रही है. अब तक 39 तीर्थयात्री चारों धामों में जान गंवा चुके हैं. इसमें यमुनोत्री में 14, गंगोत्री में 04, केदारनाथ में 14 और बदरीनाथ में 7 यात्रियों की मौत हुई है. इनमें ज्यादातर हार्ट अटैक से मारे गए हैं. उत्तराखंड की डीजी हेल्थ शैलजा भट्ट ने बताया कि कुछ श्रद्धालुओं की मौत हाई ब्लेड प्रेशर से हुई है. कुछ की कार्डियक अरेस्ट से जान गई है. कुछ लोग माउंटेन सिकनेस से जान गंवा बैठे हैं. डीजी हेल्थ ने अपील की कि जिन श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वो मेडिकली अनफिट हैं, उन्हें चारधाम यात्रा पर नहीं आना चाहिए.

Last Updated : May 16, 2022, 4:23 PM IST
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