देहरादून: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है. शरीर को आंतरिक रूप से फिट रखने के लिए योगा जरूरी है. योग करने से आप पूरा दिन बेहतर महसूस करते हैं, साथ ही शरीर में लचीलापन आता है. हर साल बड़े पैमाने पर इसको लेकर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. हालांकि कोरोना महामारी के चलते पिछले साल की तरह इस साल भी इसे ज्यादा से ज्यादा डिजिटल, वर्चुअल और इलेक्ट्रॉनिक मंचों के माध्यम से ही कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
वहीं, प्रदेश में इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय परिसर हर्रावाला में होगा. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और आयुष मंत्री हरक सिंह रावत समेत उत्तराखंड सरकार के कई मंत्री शामिल होंगे.
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में होने वाले इस कार्यक्रम के लिए तीन स्क्रीन लगाई जा रही हैं. इसमें मुख्य स्क्रीन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण होगा. इसी से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत व आयुष मंत्री हरक सिंह रावत भी जुड़ेंगे. यह कार्यक्रम सुबह 6.50 बजे शुरू होगा. सात बजे से योगाभ्यास कार्यक्रम शुरू होगा.
सुबह 6.30 बजे पीएम मोदी करेंगे संबोधित
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2021) पर भले ही कोरोना महामारी की वजह से अधिक सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं हो सकेंगे, लेकिन इसको मनाने का उत्साह जरा भी कम नहीं होगा. योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को संबोधित भी करेंगे. पीएम मोदी सुबह 6.30 बजे योग दिवस पर लोगों को संबोधित भी करेंगे. इस कार्यक्रम में आयुष मंत्रालय के राज्यमंत्री किरेन रिजिजू भी संवाद करेंगे.
सीएम तीरथ ने प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं
7वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सीएम तीरथ सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में कहा कि योग भारत की प्राचीनतम और समृद्ध परम्परा की एक पहचान है. पूरी मनुष्यता को हमारे ऋषि-मुनियों की यह महत्वपूर्ण देन है. योग साधना के द्वारा शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरूआत की गई. आज पूरे विश्व में योग को लेकर जागरूकता बढ़ी है. कोविड के दौरान भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इम्यूनिटी बढाने पर बल दिया है. योग से हम इम्यूनिटी को बढा सकते हैं. मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से अनुरोध किया कि कोरोना काल में योग को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें.
इंटरनेशनल योग डे की शुरुआत
इंटरनेशनल योग डे मनाने का प्रस्ताव सबसे पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र की महासभा के अपने संबोधन में दिया था. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने योग को भारत की प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार बताया था.
कब कब हुआ है आयोजन
पहले इंटरनेशनल योग डे यानी 21 जून, 2015 को दिल्ली के राजपथ पर हुए आयोजन में भारत के प्रधानमंत्री और दुनिया के दूसरे देशों के जाने माने राजनीतिक प्रतिनिधियों के साथ करीब 36 हज़ार लोगों ने 35 मिनट तक योग के 21 आसन करके इसकी शुरुआत की. इस आयोजन की थीम थी सद्भाव और शांति के लिए योग.
- 21 जून, 2016 को दूसरा इंटरनेशनल योग डे का औपचारिक आयोजन चंडीगढ़ में हुआ, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 30 हज़ार लोगों के साथ 150 दिव्यांगों ने भी हिसा लिया. इस साल के आयोजन का थीम युवाओं को जोड़ना था.
- 21 जून, 2017 को प्रधानमंत्री मोदी ने लखनऊ में करीब 51 हज़ार प्रतिभागियों के साथ योगा किया. इस साल का थीम स्वास्थ्य के लिए योग था.
- 21 जून, 2018 को प्रधानमंत्री मोदी देहरादून में 50 हज़ार प्रतिभागियों के साथ योग करते नज़र आए, इस साल का थीम था शांति के लिए योग. अगले साल प्रधानमंत्री योग मनाने के लिए रांची पहुंचे. 21 जून, 2019 के इंटरनेशल योग डे का थीम पर्यावरण के साथ योग था.
- जबकि 21 जून, 2020 को कोविड महामारी के समय में इसका वर्चुअली सफयर आयोजन किया गया. इस साल इस आयोजन का थीम घर पर योग, परिवार के साथ योग था.
हर साल होती है एक नई थीम
हर साल एक नई थीम पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन होता है. साल 2015 में इसकी थीम 'सद्भाव और शांति के लिए योग' थी. वहीं साल 2016 में इसकी थीम थी 'युवाओं को कनेक्ट करें'. इसके बाद 2017 में 'स्वास्थ्य के लिए योग' को इसकी थीम रखा गया था. साल 2018 में 'शांति के लिए योग' की थीम पर इसका आयोजन किया गया था. इसके बाद साल 2019 में योग के साथ पर्यावरण को कनेक्ट करते हुए इसकी थीम 'पर्यावरण के लिए योग' रखी गई थी. कोरोना महामारी के चलते पिछले साल 2020 में इसकी थीम 'सेहत के लिए योग-घर से योग' रखी गई थी. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस वर्ष की थीम 'योग फॉर वेलनेस' है, जो शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए योग का अभ्यास करने पर केंद्रित है.