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CAA पर हिमाचल सीएम जयराम का कांग्रेस पर निशाना, कहा- कर रहे बंटवारा

हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर आज देहरादून पहुंचे थे. जहां उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम पर विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश का बंटवारा किया था और अब वह सीएए के नाम पर देश में झूठ फैला रही है.

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जयराम ठाकुर पीसी
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Published : Jan 4, 2020, 5:16 PM IST

Updated : Jan 4, 2020, 6:07 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून पहुंचे हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर देश का बंटवारा करवाने के लिए कांग्रेस कसूरवार है. प्रदेश बीजेपी कार्यालय में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर अपनी राय रखी.

जयराम ठाकुर ने कहा कि 2014 में पीएम मोदी के सरकार बनने के बाद पूरे विश्व का भारत देश के प्रति नजरिया बदला है. 5 साल कार्यकाल के बाद लोगों ने एक बार बहुमत की मजबूत सरकार बनी. जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के उन विषयों को छेड़ने की कोशिश की जो पिछले कई सालों से देश के लिए नासूर बन हुए थे.

जयराम ठाकुर पीसी

सीएम जयराम ने कहा कि धर्म के आधार पर बने देश पाकिस्तान और बांग्लादेश का जिम्मेदार कांग्रेस है. उन्होंने इतिहास याद दिलाते हुए कहा कि 1950 में नेहरू और लियाकत अली के बीच समझौता हुआ था कि हम अपने-अपने देश में अल्पसंख्यक के हितों की रक्षा करेंगे. धर्मों के मानने की स्वतंत्रता होगी और आजतक भारत इस समझौते में सफल होता आया है.

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वहीं, पकिस्तान की स्थिति यह है कि उस समय अल्पसंख्यक की संख्या 23% थी और 2011 की जनगणना में देखें तो वो घटकर 3.7% पहुंच गई है. इससे साफ होता है कि वहां पर अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित और भागने के लिए मजबूर किया गया. यह सब देखते हुए हमारी मजबूत सरकार ने यह फैसला लिया कि पकिस्तान, अफगानिस्तान, और बांग्लादेश मे अल्पसंख्यक के हितों की रक्षा की जाये.

जयराम ठाकुर ने कहा कि नागरिता संशोधन कानून को लेकर विपक्ष देश में झूठ फैला रहा है. इसमें किसी की नागरिकता छीनने का कोई प्रश्न ही नहीं है और न ही नागरिकता रोकने का. यह केवल पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का कानून है.

देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून पहुंचे हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर देश का बंटवारा करवाने के लिए कांग्रेस कसूरवार है. प्रदेश बीजेपी कार्यालय में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर अपनी राय रखी.

जयराम ठाकुर ने कहा कि 2014 में पीएम मोदी के सरकार बनने के बाद पूरे विश्व का भारत देश के प्रति नजरिया बदला है. 5 साल कार्यकाल के बाद लोगों ने एक बार बहुमत की मजबूत सरकार बनी. जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के उन विषयों को छेड़ने की कोशिश की जो पिछले कई सालों से देश के लिए नासूर बन हुए थे.

जयराम ठाकुर पीसी

सीएम जयराम ने कहा कि धर्म के आधार पर बने देश पाकिस्तान और बांग्लादेश का जिम्मेदार कांग्रेस है. उन्होंने इतिहास याद दिलाते हुए कहा कि 1950 में नेहरू और लियाकत अली के बीच समझौता हुआ था कि हम अपने-अपने देश में अल्पसंख्यक के हितों की रक्षा करेंगे. धर्मों के मानने की स्वतंत्रता होगी और आजतक भारत इस समझौते में सफल होता आया है.

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वहीं, पकिस्तान की स्थिति यह है कि उस समय अल्पसंख्यक की संख्या 23% थी और 2011 की जनगणना में देखें तो वो घटकर 3.7% पहुंच गई है. इससे साफ होता है कि वहां पर अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित और भागने के लिए मजबूर किया गया. यह सब देखते हुए हमारी मजबूत सरकार ने यह फैसला लिया कि पकिस्तान, अफगानिस्तान, और बांग्लादेश मे अल्पसंख्यक के हितों की रक्षा की जाये.

जयराम ठाकुर ने कहा कि नागरिता संशोधन कानून को लेकर विपक्ष देश में झूठ फैला रहा है. इसमें किसी की नागरिकता छीनने का कोई प्रश्न ही नहीं है और न ही नागरिकता रोकने का. यह केवल पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का कानून है.

Intro:Note- फीड Live U से भेजी गई है


एंकर- नागरिता संसोधन कानून पर हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज देहरादून में प्रेस कांफ्रेंस की। हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने तारीखें और इतिहास के घटनाक्रम के नाते में नागरिकता संशोधन कानून पर मीडिया के सामने अपना विषय रखा।




Body:वीओ- आज देहरादून में नागरिकता संशोधन कानून पर बोलते हुए हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कहा कि 2014 में पीएम मोदी के सरकार बनने के बाद पूरे विश्व का भारत देश के प्रति नजरिया बदला है। उन्होंने कहा कि 5 साल के पहले कार्यकाल के बाद देश के लोगों को लगा कि इस नेतृत्व की जरूरत देश को दुबारा है और देश में दुबारा पूर्ण बहुमत की मजबूत सरकार बनी। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के उन विषयों को छेड़ने की कोशिश की जो पिछले कई सालों से देश के लिए नासूर बन हुए थे।

जयराम ठाकुर ने कहा कि देश मे वो विषय जिन पर लोग चर्चा करने से बचते थे उन पर पीएम मोदी के नेतृत्व में एक बाद एक विषय सुलझता गया जिसमें धारा 370, हो या कोर्ट के माध्यम से राम मंदिर का विषय हो तीन तलाक हो सभी विषय का समाधान हुआ। इस सब के बाद लोकसभा मे नागरिता संसोधन जैसा विषय आया जिस के बारे में लोगों ने सुना तो बहुत था लेकिन कभी ठीक से समझ नही पाए थे और यही वजह है कि आज लोगों में इस विषय पर उत्सुकता है।

जयराम ठाकुर ने नागरिकता संसोधन अधिनियम पर बोलते हुए कहा कि जब देश 200 साल की गुलामी झेल रहा था और फिर तमाम आंदोलनों ने अंग्रेजों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि अब भारत देश पर राज रखना मुश्किल है तो अंग्रेजो ने अपनी गलत नीतियों से धर्म के आधार पर पकेस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों का जन्म हुआ लेकिन इन सब के विपरीत भारत देश ने धर्मनिरपेक्षता को अपनाया और धर्मनिरपेक्षता के आधार ओर यंहा लोग रहे।

हिमाचल के मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म के आधार पर बने देश पाकिस्तान और बांग्लादेश का जिम्मेदार कांग्रेस है। उन्होंने इतिहास याद दिलाते हुए कहा कि 1950 में नेहरू और लियाकत अली के बीच समझौता हुआ कि हम अपने अपने देश मे अल्पसंख्यक के हितों की रक्षा करेंगे, धर्मो के मानने की स्वतंत्रता, होगी और आज तक भारत इस समझौते में सफल होता आया है। जबकि पकेस्तान की स्थिति यह है कि उस समय अल्पसंख्यक की संख्या 23% थी और 2011 कि जनगणना में देखे तो वो घट कर 3.7% पहुंच गई है। इससे साफ होता है कि वंहा पर अल्पसंख्यकों को प्रताड़ना और भागने के लिए मजबूर किया गया। यह सब देखते हुए हमारी मजबूत सरकार ने यह फैसला लिया कि पकेस्तान, अफगानिस्तान, और बांग्लादेश मे अल्पसंख्यक के हितों की रक्षा की जाय।

जयराम ठाकुर ने इतिहास की एक और तारिक याद दिलाते हुए कहा कि 26 सितंबर 1947 में महात्मा गांधी ने खुले मंच पर कहा था पकेस्तान में रहने वाले हिन्दू और सिख भारत आ सकते हैं। जिन्हें नोकरी देना और उनके जीवन को सामान्य बनान हमारी जिम्मेदारी है लेकिन विपक्ष के मित्र महात्मा गांधी का इस्तेमाल राजनीति में तो करते हैं लेकिन उन्होंने जो कहा था उसका अनुसरण नही करते हैं।

कांग्रेस द्वारा 5 दिसम्बर 1947 को पारित किए प्रस्ताव का जिक्र करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि इस प्रस्ताव में खुद कांग्रेस ने लिखा था कि पाकिस्तान में धर्म के आधार पर प्रताड़ित किया जा रहे लोगों को भारत की नागरिकता दी जाय। आज कांग्रेस अपने ही प्रस्ताव का विरोध कर रही है। कॉंग्रेस केवल राजनेतिक मकसद के साथ इस प्रस्ताव से अलग स्टेंड ले रही है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि नागरिता कानून को लेकर विपक्ष जो झूट देश के सामने रख रही है जैसा कुछ छीना जा रहा है जबकि इसमें किसी की नागरिकता छीनने का कोई प्रश्न निहि है ना ही नागरिकता रोकने का प्रश्न है। इस संसोधन में एक मामूली परिवर्तन किया गया है, पहले नागरिकता 11 वर्ष रखी गयी थी, अब 31 दिसम्बर 2014 की तारीख कट आउट डेट ओर 11 वर्ष के जगह पर 5 वर्ष की गई है। उन्होंने कहा कि पकेस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश तीनो मुस्लिम कंट्री है। यंहा धर्म के आधार पर सारी प्रक्रिया चलती है। जिस वजह से वंहा पर दूसरे समाज के साथ अल्पसंख्यक के साथ बहुत बुरा बर्ताव होता है।

विपक्ष द्वारा समानता को लेकर उठाए गए सवाल पर जयराम ठाकुर ने कहा कि समानता को लेकर जो अनुच्छेद 14 में कहा गया है वो समानता सामन लोगों के लिए है और जो बराबर है। और इस वर्ग को को पड़ोसी इस्लामिक देशों का प्रताड़ित वर्ग के रूप में रखा गया है।

बाइट- जयराम ठाकुर , मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश









Conclusion:
Last Updated : Jan 4, 2020, 6:07 PM IST
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