देहरादून: 7 मई से चारधाम यात्रा यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो रही है. लेकिन अभी तक हवाई सेवा की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. जिसकी वजह से हेली सेवा का मामला अबतक कोर्ट में विचाराधीन है. जिसकी अगली सुनवाई नैनीताल हाई कोर्ट द्वारा 7 मई को चार धाम यात्रा शुरू होने के दिन होगी.
केदारनाथ धाम में हेली सेवा देने वाली कंपनियों का चयन ना होने के बावजूद भी कई ट्रेवल एजेंसियों ने मनमाने तरीके से बुकिंग करना शुरू कर दिया है. जिस पर शासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर यात्रियों के साथ कोई भी धोखाधड़ी होती है तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित कंपनी की होगी. हालांकि नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा पहले टेंडर जारी किया जा चुका है. जिसमें कुल 17 कंपनियों ने आवेदन किया था और इन कंपनियों में से कम टिकट मूल्य बताने वाली नौ कंपनियों का चयन होना बाकी है. इन कंपनियों का चयन कोर्ट के निर्णय के बाद ही होगा.
नागरिक उड्डयन अपर सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान हेली सेवा को व्यवस्थित करने और ब्लैक मार्केटिंग को रोकने के लिए एक नया प्रयास किया गया है. जिसके तहत रीजनल और नेशनल अखबारों में हेली सेवा की जानकारी छपाई जाएगी. साथ ही 36 लोगों का उपनल के माध्यम से भी चयन किया गया है.
जो सभी हेलिपैड पर यात्रियों का टिकट चेक करेंगे. उन्होंने कहा कि इससे काफी मात्रा में ब्लैक मार्केटिंग कम हो जाएगी. साथ ही विभाग एनआईसी के माध्यम से भी ऑनलाइन टिकटिंग की व्यवस्था कर रहे हैं.