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बारिश का कहर: उत्तराखंड में आसमान से बरसती 'मौत', जानें- पूरे प्रदेश का हाल

उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. नदियों के जल स्तर बढ़ने से लोग डरे हुए हैं. कई क्षेत्रों में आपदा जैसे बन गए हैं.

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Published : Aug 10, 2020, 6:21 PM IST

Updated : Aug 11, 2020, 3:57 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. बीती देर रात से हो रही बारिश की वजह से यहां जनजीवन पूरी-तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. भारी बारिश की वजह से जहां राजधानी देहरादून में रिस्पना और बिंदाल नदी उफान पर है तो वहीं, पहाड़ी में भूस्खलन की वजह से कई मोटर मार्ग बंद पड़े हुए हैं.

उत्तराखंड में आसमान से बरसती 'मौत',

भारी बारिश से राजधानी बेहाल:

  • राजधानी देहरादून में बीती रात से लगातार हो रही बारिश के चलते बरसाती नदियां उफान पर हैं.
  • रिस्पना और बिंदाल नदी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है.
  • नदियों किनारे बने तमाम घरों में पानी घुस गया है.
  • जीएमएस रोड स्थित लेन नंबर सात मोहित नगर में भी पुश्ता टूटने से कई घरों में पानी घुस गया.
  • कई इलाकों में बिजली की तारें टूट गई हैं. दून के कई क्षेत्रों में आधी रात से बिजली आपूर्ति भी बाधित है, जिसके चलते पानी की आपूर्ति भी नहीं हो सकी.
  • देहरादून के प्राचीन मंदिर टपकेश्वर महादेव के नीचे से बहने वाली तमसा नदी भी पूरे उफना पर है. तमसा नदी का ये रौद्र रूप कई सालों बाद देखने को मिला है.
  • इसके साथ ही बारिश से दून स्कूल की दीवार गिर गई है.

गंगा का जल स्तर बढ़ा

पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के कारण मैदानी इलाकों में बहने वाली नदियों का जल स्तर भी बढ़ गया है. हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से 600 सेमी नीचे बह रही है.

पढ़ें- दून में बारिश का रौद्र रूप: उफान पर रिस्पना-बिंदाल, दून स्कूल की गिरी दीवार

कैम्पटी फॉल का रौद्र रुप

पहाड़ों में भी बारिश का रौद्र रुप देखकर लोग डरे हुए हैं. पर्यटन स्थल कैम्पटी फॉल में रविवार तड़के से एकाएक पानी बढ़ने से फॉल के शोर से लोग दहशत में हैं. पानी के साथ आया मलवा व बजरी मुख्य झरने के नीचे बनी झील में भर गया है. जिससे आसपास की दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है.

बदरीनाथ हाईवे बंद

इस पहाड़ों पर सफर करना किसी खतरें कम नहीं है. चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे भी भूस्खलन की वजह से बंद पड़ा हुआ है.

चीन सीमा का रास्ता बंद

भारी बारिश के कारण पहाड़ों से लगातार मलबा गिर रहा है. पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में पैदल मार्गों पर बने दो पुल बह गए हैं. इसके अलावा चीन सीमा को जोड़ने वाली मुख्य सड़क भी भूस्खलन का कारण अवरुद्ध हो गई है.

पढ़ें- फिर दिखा मसूरी कैंपटी फॉल का रौद्र रूप, लोगों को किया शिफ्ट

ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग बांधित

ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-94 पर पहाड़ी से भारी मलबा आने से ताछला में मार्ग बाधित हो गया है. जिस कारण यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित होने के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं.

रुद्रप्रयाग में बादल फटा

रुद्रप्रगाग के सिरवाड़ी गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. गांव के कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं तो वहीं, पैदल रास्ते और पुलिया भी बारिश की भेंट चढ़ गए हैं.

सरकार और शासन पूरी तरह तैयार

उत्तराखंड भारी बारिश के बाद बने इन हालात से निपटने के लिए शासन-प्रशासन की टीम पूरी तरह से तैयार है. आपदा प्रबंधन सचिव एसए मुरुगेशन ने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए पहले आपदा प्रबंधन टीम और एसडीआरएफ टीम के साथ सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया था.

शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग बहुत अच्छा काम कर रहा है. प्रदेश के हालत पर सरकार की नजर बनी हुई है. किसी भी तरह की घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन की टीमें मौके पर पहुंचकर तत्काल काम कर रही है.

देहरादून: उत्तराखंड में बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. बीती देर रात से हो रही बारिश की वजह से यहां जनजीवन पूरी-तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. भारी बारिश की वजह से जहां राजधानी देहरादून में रिस्पना और बिंदाल नदी उफान पर है तो वहीं, पहाड़ी में भूस्खलन की वजह से कई मोटर मार्ग बंद पड़े हुए हैं.

उत्तराखंड में आसमान से बरसती 'मौत',

भारी बारिश से राजधानी बेहाल:

  • राजधानी देहरादून में बीती रात से लगातार हो रही बारिश के चलते बरसाती नदियां उफान पर हैं.
  • रिस्पना और बिंदाल नदी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है.
  • नदियों किनारे बने तमाम घरों में पानी घुस गया है.
  • जीएमएस रोड स्थित लेन नंबर सात मोहित नगर में भी पुश्ता टूटने से कई घरों में पानी घुस गया.
  • कई इलाकों में बिजली की तारें टूट गई हैं. दून के कई क्षेत्रों में आधी रात से बिजली आपूर्ति भी बाधित है, जिसके चलते पानी की आपूर्ति भी नहीं हो सकी.
  • देहरादून के प्राचीन मंदिर टपकेश्वर महादेव के नीचे से बहने वाली तमसा नदी भी पूरे उफना पर है. तमसा नदी का ये रौद्र रूप कई सालों बाद देखने को मिला है.
  • इसके साथ ही बारिश से दून स्कूल की दीवार गिर गई है.

गंगा का जल स्तर बढ़ा

पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के कारण मैदानी इलाकों में बहने वाली नदियों का जल स्तर भी बढ़ गया है. हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से 600 सेमी नीचे बह रही है.

पढ़ें- दून में बारिश का रौद्र रूप: उफान पर रिस्पना-बिंदाल, दून स्कूल की गिरी दीवार

कैम्पटी फॉल का रौद्र रुप

पहाड़ों में भी बारिश का रौद्र रुप देखकर लोग डरे हुए हैं. पर्यटन स्थल कैम्पटी फॉल में रविवार तड़के से एकाएक पानी बढ़ने से फॉल के शोर से लोग दहशत में हैं. पानी के साथ आया मलवा व बजरी मुख्य झरने के नीचे बनी झील में भर गया है. जिससे आसपास की दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है.

बदरीनाथ हाईवे बंद

इस पहाड़ों पर सफर करना किसी खतरें कम नहीं है. चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे भी भूस्खलन की वजह से बंद पड़ा हुआ है.

चीन सीमा का रास्ता बंद

भारी बारिश के कारण पहाड़ों से लगातार मलबा गिर रहा है. पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में पैदल मार्गों पर बने दो पुल बह गए हैं. इसके अलावा चीन सीमा को जोड़ने वाली मुख्य सड़क भी भूस्खलन का कारण अवरुद्ध हो गई है.

पढ़ें- फिर दिखा मसूरी कैंपटी फॉल का रौद्र रूप, लोगों को किया शिफ्ट

ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग बांधित

ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-94 पर पहाड़ी से भारी मलबा आने से ताछला में मार्ग बाधित हो गया है. जिस कारण यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित होने के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं.

रुद्रप्रयाग में बादल फटा

रुद्रप्रगाग के सिरवाड़ी गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. गांव के कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं तो वहीं, पैदल रास्ते और पुलिया भी बारिश की भेंट चढ़ गए हैं.

सरकार और शासन पूरी तरह तैयार

उत्तराखंड भारी बारिश के बाद बने इन हालात से निपटने के लिए शासन-प्रशासन की टीम पूरी तरह से तैयार है. आपदा प्रबंधन सचिव एसए मुरुगेशन ने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए पहले आपदा प्रबंधन टीम और एसडीआरएफ टीम के साथ सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया था.

शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग बहुत अच्छा काम कर रहा है. प्रदेश के हालत पर सरकार की नजर बनी हुई है. किसी भी तरह की घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन की टीमें मौके पर पहुंचकर तत्काल काम कर रही है.

Last Updated : Aug 11, 2020, 3:57 PM IST
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