देहरादून: उत्तराखंड में तेज बारिश का सिलसिला जारी है. इस बीच मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है. देहरादून समेत राज्य के तमाम जिलों में देर रात से ही तेज बारिश देखने को मिल रही है और इसका असर तापमान पर भी देखने को मिला है.
राज्य भर में मानसून की दस्तक के साथ ही बारिश का सिलसिला तेज हो गया है, राजधानी देहरादून समेत राज्य भर में पिछले कई घंटों से लगातार आसमानी गड़गड़ाहट के साथ तेज बारिश हो रही है. खास बात यह है कि मौसम विभाग ने आने वाले 72 घंटों में भी इसी तरह बारिश के जारी रहने की भविष्यवाणी की है. मैदानी जिलों में जहां तेज बारिश देखने को मिल रही है. वहीं पहाड़ी जनपदों में भी रुक रुक कर कई जगहों पर तेज बारिश हो रही है. मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल राज्य भर में बारिश जारी रहेगी और इसको लेकर पहाड़ी जनपदों में खासतौर पर एहतियात बरतने के लिए सुझाव दिया गया है.
पढ़ें-उत्तराखंड में शंभू नदी पर बन रही खतरनाक झील, कपकोट विधायक ने 'खतरे' से सरकार को कराया अवगत
राज्य में मानसून आने के बाद बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ाई हैं. हालांकि पिछले 24 घंटे से हल्की बूंदाबांदी ने तेज बारिश का रूप लिया है. जिससे चारधाम यात्रा पर खासा असर पड़ने की उम्मीद है. हालांकि पिछले 15 दिनों से चार धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आई है. लेकिन अब तेज बारिश होने और मौसम विभाग के अगले 72 घंटों के लिए भविष्यवाणी करने के बाद चारधाम यात्रियों को खासतौर पर सुझाव दिए गए हैं. पर्वतीय जनपदों में भूस्खलन का खतरा बेहद ज्यादा रहता है. लिहाजा श्रद्धालुओं को मौसम विभाग की भविष्यवाणी के आधार पर ही यात्रा के लिए कार्यक्रम बनाने के लिए कहा गया है. इस बीच आपदा प्रबंधन विभाग से लेकर एसडीआरएफ की टीमें भी सतर्क हो गई है. वहीं जिला प्रशासन को भी ऐसी स्थिति में विशेष एहतियात बरतने के लिए कहा गया है.
वन विभाग ने मानसून को लेकर कसी कमर: हल्द्वानी में मानसून को देखते हुए डीएफओ संदीप कुमार ने बताया कि वन गश्ती दलों को अलर्ट कर दिया है. मिशन को "ऑपरेशन मानसून" नाम दिया गया है, जो 25 जून के बाद से शुरू कर दिया गया है. इस बार ऑपरेशन मानसून में वन विभाग की टीम नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी और पीलीभीत टाइगर रिजर्व के अफसरों के साथ ज्वाइंट कांबिंग ऑपरेशन भी चलाएगा.