ETV Bharat / state

केदारनाथ मार्ग में हर दो किमी पर मेडिकल कैंप, धाम में ऑक्सीजन सिलेंडर की भी व्यवस्था - देहरादून न्यूज

चारधाम यात्रा में सीएमओ की अहम भूमिका रहेगी. यहीं कारण है कि विभाग तरफ से सभी जिलों के सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं.

chardham yatra
author img

By

Published : May 4, 2019, 5:33 PM IST

Updated : May 4, 2019, 7:46 PM IST

देहरादून: 7 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. ऐसे में शासन स्तर पर लगातार तैयारियां की जा रही हैं. हालांकि चारधाम यात्रा से जुड़ी तमाम व्यवस्थाओं को व्यवस्थित कर लिया गया है. इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने अपने व्यवस्थाओं को जमीनी स्तर पर उतरना भी शुरू कर दिया है.

केदारनाथ मार्ग में हर दो किमी पर मेडिकल कैंप

पढ़ें- उत्तराखंड में शराबबंदी को लेकर हाई कोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब

इस बार चारधाम यात्रा के दौरान 54 जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर, 30 स्पेशलिस्ट कैडर के डॉक्टर और फार्मासिस्टों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्याओं से जूझना न पड़े. इन सभी डॉक्टरों की 15-15 दिन के अंतराल पर सीएमओ के अंडर में ड्यूटी लागई जाएगी. इसके साथ ही जनरल मेडिकल ऑफिसरों की ड्यूटी 1 महीने के अंतराल पर लगाई जाएगी. सभी मेडिकल स्टाफ की देहरादून, हरिद्वार और कुमाऊं रीजन से ड्यूटी लगाई जाएगी.

सीएमओ की होगी अहम भूमिका
चारधाम यात्रा में सीएमओ की अहम भूमिका रहेगी. यही कारण है कि विभाग की तरफ से सभी जिलों के सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं कि जिन डॉक्टरों की ड्यूटी चारधाम यात्रा में लगी है उन्हें समय से रिलीव किया जा जाए. ताकि वे समय से अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर सकें. इसमें उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली के सीएमओ की जिम्मेदारी तय की गई है. जिसके अंडर सभी डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाएगी.

पढ़ें- सड़क पर दौड़ रही थी एक ही नंबर की दो बसें, पुलिस के होश उड़े

पैदल मार्ग पर बनाया गया मेडिकल रिलीफ कैंप

केदारनाथ धाम के 18 किमी लंबे पैदल मार्ग पर पहाड़ी चढ़ाई को देखते हुए रुद्रप्रयाग सीएमओ ने हर 2 किमी पर मेडिकल रिलीफ कैंप लगाया है. अगर यात्रियों को चढ़ाई के दौरान कोई भी दिक्कत होती है तो वो मेडिकल रिलीफ कैंप से जरूरी परामर्श और दवाई ले सकते हैं. इसके अलावा केदारनाथ धाम में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी कराई गयी है. साथ ही सीएमओ को यदि लोकल स्तर पर जीवन रक्षक औषधि, इंजेक्शन या अन्य दवाएं चाहिए तो उसके लिए 50 हजार का बजट स्वीकृत किया गया है.

श्रद्धालुओं के लिए गाइड लाइन
चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों को स्वास्थ्य से संबंधित किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी भी जारी की है. जिसमें यात्रा के दौरान यात्रियों को किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए इसके बारे में बताया जाएगा.

विभाग चारधाम यात्रा को बेहरतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दावा तो कर रहा है, लेकिन हमेशा पैरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों की कमी का रोना रोने वाला स्वास्थ्य विभाग क्या वास्तव में चारधाम यात्रियों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा पाएगा?

देहरादून: 7 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. ऐसे में शासन स्तर पर लगातार तैयारियां की जा रही हैं. हालांकि चारधाम यात्रा से जुड़ी तमाम व्यवस्थाओं को व्यवस्थित कर लिया गया है. इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने अपने व्यवस्थाओं को जमीनी स्तर पर उतरना भी शुरू कर दिया है.

केदारनाथ मार्ग में हर दो किमी पर मेडिकल कैंप

पढ़ें- उत्तराखंड में शराबबंदी को लेकर हाई कोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब

इस बार चारधाम यात्रा के दौरान 54 जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर, 30 स्पेशलिस्ट कैडर के डॉक्टर और फार्मासिस्टों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्याओं से जूझना न पड़े. इन सभी डॉक्टरों की 15-15 दिन के अंतराल पर सीएमओ के अंडर में ड्यूटी लागई जाएगी. इसके साथ ही जनरल मेडिकल ऑफिसरों की ड्यूटी 1 महीने के अंतराल पर लगाई जाएगी. सभी मेडिकल स्टाफ की देहरादून, हरिद्वार और कुमाऊं रीजन से ड्यूटी लगाई जाएगी.

सीएमओ की होगी अहम भूमिका
चारधाम यात्रा में सीएमओ की अहम भूमिका रहेगी. यही कारण है कि विभाग की तरफ से सभी जिलों के सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं कि जिन डॉक्टरों की ड्यूटी चारधाम यात्रा में लगी है उन्हें समय से रिलीव किया जा जाए. ताकि वे समय से अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर सकें. इसमें उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली के सीएमओ की जिम्मेदारी तय की गई है. जिसके अंडर सभी डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाएगी.

पढ़ें- सड़क पर दौड़ रही थी एक ही नंबर की दो बसें, पुलिस के होश उड़े

पैदल मार्ग पर बनाया गया मेडिकल रिलीफ कैंप

केदारनाथ धाम के 18 किमी लंबे पैदल मार्ग पर पहाड़ी चढ़ाई को देखते हुए रुद्रप्रयाग सीएमओ ने हर 2 किमी पर मेडिकल रिलीफ कैंप लगाया है. अगर यात्रियों को चढ़ाई के दौरान कोई भी दिक्कत होती है तो वो मेडिकल रिलीफ कैंप से जरूरी परामर्श और दवाई ले सकते हैं. इसके अलावा केदारनाथ धाम में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी कराई गयी है. साथ ही सीएमओ को यदि लोकल स्तर पर जीवन रक्षक औषधि, इंजेक्शन या अन्य दवाएं चाहिए तो उसके लिए 50 हजार का बजट स्वीकृत किया गया है.

श्रद्धालुओं के लिए गाइड लाइन
चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों को स्वास्थ्य से संबंधित किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी भी जारी की है. जिसमें यात्रा के दौरान यात्रियों को किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए इसके बारे में बताया जाएगा.

विभाग चारधाम यात्रा को बेहरतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दावा तो कर रहा है, लेकिन हमेशा पैरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों की कमी का रोना रोने वाला स्वास्थ्य विभाग क्या वास्तव में चारधाम यात्रियों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा पाएगा?

Intro:चारधाम यात्रा शुरू होने में कुछ ही दिन बचे है। ऐसे में शासन स्तर पर लगातार तैयारियां की जा रही है। हालांकि चारधाम यात्रा से जुड़ी तमाम व्यवस्थाओं को व्यवस्थित कर लिया गया है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने अपने व्यवस्थाओं को जमीनी स्तर पर उतरना शुरू कर दिया है। और इस बार चारधाम यात्रा के दौरान 54 जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर, 30 स्पेशलिस्ट कैडर के डॉक्टर और फार्मासिस्टो की ड्यूटी लगाई गई है। ताकि चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्याओं से झूझना न पड़े।


Body:भारी मात्रा में डॉक्टरों की लगाई गई है ड्यूटी......

चारधाम यात्रा के दौरान इस बार स्वास्थ्य विभाग ने 54 मेडिकल ऑफिसर, 30 फिजिशियन और ऑर्थोपेडिक सर्जन के स्पेशलिस्ट कैडर डॉक्टर और कई फार्मासिस्टो की ड्यूटी लगाई है। इन सभी डॉक्टरों को 15-15 के अंतराल पर बारी-बारी अंडर सीएमओ ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके साथ ही जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसरो की ड्यूटी 1 महीने के अंतराल पर लगाई जाएगी। ये सभी मेडिकल स्टाफ देहरादून, हरिद्वार और कुमाऊँ रीजन से ड्यूटी लगाई जाएगी। 


चारधाम में सीएमओ की होगी अहम भूमिका......

चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सुविधा को सही ढंग से मुहैया कराने के लिए सभी सीएमओ को लिखित में निर्देश दिया गया है कि जिस जिस जनपद से डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है उनके सीएमओ उन डॉक्टरों को समय से रिलीव कर दे ताकि वो समय रहते जॉइन कर सके। इसमें साथ ही चारधाम में स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली के सीएमओ की जिम्मेदारी तय की गई है, जिसके अंडर सभी डॉक्टरो की ड्यूटी लगाई जाएगी। 


केदारनाथ धाम के रास्ते में बनाई है मेडिकल रिलीफ़ कैम्प.....

केदारनाथ धाम के 18 किलोमीटर की पहाड़ी चढ़ाई को देखते हुए रुद्रप्रयाग सीएमओ द्वारा हर डेढ़ से दो किलोमीटर पर मेडिकल रिलीफ़ कैम्प लगाया गया हैं। अगर यात्रियों को चढ़ाई के दौरान कोई भी दिक्कत होती है तो वो मेडिकल रिलीफ़ कैम्प से जरूरी परामर्श और मेडिसीन ले सकते है। उसके साथ ही केदारनाथ धाम में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी कराई गयी है। इसके साथ ही लोकल स्तर पर कोई जीवन रक्षक औषधि, इंजेक्शन या अन्य दवाएं चाहिए तो वह 50 हज़ार तक की दवाइयां खरीद सकते हैं।


श्रद्धालुओं के लिए गाइड लाइन......

चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को यात्रा के दौरान कोई स्वास्थ्य मंत्री दिक्कत ना हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग एडवाइजरी भी जारी कर दी है इसके तहत तमाम जिला अस्पतालों, यात्रा मार्गो आदि पर एडवाइजरी के बैनर पोस्टर लगाए जाएंगे। जिससे यात्रा पर आने वाली यात्री अपनी स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्था पूरी कर ले। इसके साथ यात्री अपने रेगुलर लेने वाले मेडिसिन को साथ में जरूर रखें और गर्म कपड़े भी जरूर लें।

बाइट - डॉ रविन्द्र थपलियाल (डीजी, स्वास्थ्य विभाग)

पीटीसी - रोहित सोनी


Conclusion:बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं वाला स्वास्थ्य महकमा चारधाम यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावा कर रहा है। हालांकि पैरामेडिकल स्टाफ और विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी का रोना रोने वाला स्वास्थ्य विभाग क्या वास्तव में चारधाम यात्रियों को सुविधा मुहैया करा पाएगा?
Last Updated : May 4, 2019, 7:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.