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स्वास्थ्य विभाग ने नियमों को ताक पर रखकर कई गुना कीमत पर खरीदे उपकरण, उठ रहे सवाल

2020 में हरिद्वार की मुख्य चिकित्सा अधिकारी रही डॉ. सरोज नैथानी के कार्यकाल में कई घोटालों को अंजाम दिया गया. सैनी ने बताया कि आरटीआई से मांगी गई सूचना के आधार पर जो जानकारी मिली है वह चौंकाने वाली है. कोविड काल में विभाग की ओर से खरीदे गए N95 मास्क, पल्स मीटर जैसी जरूरी चीजों को कई गुना दामों में खरीदा गया.

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कई गुना कीमत पर खरीदे उपकरण
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Published : Aug 13, 2021, 9:17 PM IST

देहरादून : हरिद्वार में स्वास्थ्य विभाग ने कोविड काल में N95 मास्क,पल्स ऑक्सीमीटर जैसे तमाम जरूरी सामानों को बाजार भाव से कई गुना कीमतों पर खरीदा. इस मामले मनें एक्टिविस्ट और समाजसेवी कपिल देव की ओर से भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य प्रेमचंद सैनी ने डॉक्टर सरोज नैथानी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. सरोज नैथानी 2020 में हरिद्वार की मुख्य चिकित्सा अधिकारी थी.

उन्होंने कहा कि डॉ. सरोज नैथानी के कार्यकाल में कई घोटालों को अंजाम दिया गया. सैनी ने बताया कि आरटीआई से मांगी गई सूचना के आधार पर जो जानकारी मिली है वह चौंकाने वाली है. कोविड काल में विभाग की ओर से खरीदे गए N95 मास्क, पल्स मीटर जैसी जरूरी चीजों को कई गुना दामों में खरीदा गया. उन्होंने बताया जिस पल्स मीटर की बाजार में तीन साढे ₹300 कीमत है उसी पल्स मीटर को 2000 रुपये से अधिक कीमत पर खरीदा गया.

कई गुना कीमत पर खरीदे उपकरण

पढ़ें- ओलंपिक 'हैट्रिक गर्ल' वंदना ने साझा किया 'हरिद्वार से टोक्यो' तक का सफर, जानिए संघर्ष गाथा

इसी प्रकार रेड थर्मामीटर 10 गुना अधिक कीमत पर खरीदे गए. उसी तरह जहां N95 मास्क की कीमत बाजार में करीब 25 रुपये है उसे 250 रुपये में खरीदा गया. इसके अलावा होम क्वॉरेंटाइन से संबंधित पोस्टरों की छपाई में भी वित्तीय अनियमितताएं बरती गई. इन पोस्टोंरों की छपाई की कीमत बाजार में लगभग 8 रुपए के आसपास है, जिसके लिए 250 रुपये खर्च किये गये.

पढ़ें- उत्तराखंड की बेटी स्नेह राणा क्रिकेट में बिखेर रहीं जलवा, कहा- देवभूमि में प्रतिभा की कमी नहीं

उन्होंने कहा 2020 में हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी रही डॉक्टर सरोज नैथानी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर कई घोटालों को अंजाम दिया. एएनएम प्रमोशन में भी बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया. डॉ सरोज नैथानी ने अपने चहेतों को इसलिए डीडीओ पावर दी ताकि पैसा आहरण करके कमीशन उन तक पहुंचाया जा सके. इसमें ट्रेजरी ने भी आपत्ति जताई थी. ट्रेजरी द्वारा आपत्ति जताने वाला पत्र हाई कोर्ट में भी दाखिल किया गया है.

पढ़ें- श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में MBBS के 122 नए पद सृजित, शासनादेश जारी

सैनी का कहना है कि सभी घोटाले और भ्रष्टाचार के साक्ष्य सूचना के अधिकार के तहत एकत्रित करके उच्च न्यायालय नैनीताल में जनहित याचिका दायर की गई थी. 27 जुलाई 2021 को उच्च न्यायालय ने सबूतों का संज्ञान लेते हुए याचिका को स्वीकार किया. उसमें मुख्य स्वास्थ्य सचिव, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण, डॉ सरोज नैथानी, हरिद्वार के वर्तमान सीएम व अन्य को पार्टी बनाया गया. इन्हें 4 सप्ताह के भीतर उच्च न्यायालय में जवाब दाखिल करने का समय दिया गया है.

देहरादून : हरिद्वार में स्वास्थ्य विभाग ने कोविड काल में N95 मास्क,पल्स ऑक्सीमीटर जैसे तमाम जरूरी सामानों को बाजार भाव से कई गुना कीमतों पर खरीदा. इस मामले मनें एक्टिविस्ट और समाजसेवी कपिल देव की ओर से भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य प्रेमचंद सैनी ने डॉक्टर सरोज नैथानी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. सरोज नैथानी 2020 में हरिद्वार की मुख्य चिकित्सा अधिकारी थी.

उन्होंने कहा कि डॉ. सरोज नैथानी के कार्यकाल में कई घोटालों को अंजाम दिया गया. सैनी ने बताया कि आरटीआई से मांगी गई सूचना के आधार पर जो जानकारी मिली है वह चौंकाने वाली है. कोविड काल में विभाग की ओर से खरीदे गए N95 मास्क, पल्स मीटर जैसी जरूरी चीजों को कई गुना दामों में खरीदा गया. उन्होंने बताया जिस पल्स मीटर की बाजार में तीन साढे ₹300 कीमत है उसी पल्स मीटर को 2000 रुपये से अधिक कीमत पर खरीदा गया.

कई गुना कीमत पर खरीदे उपकरण

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इसी प्रकार रेड थर्मामीटर 10 गुना अधिक कीमत पर खरीदे गए. उसी तरह जहां N95 मास्क की कीमत बाजार में करीब 25 रुपये है उसे 250 रुपये में खरीदा गया. इसके अलावा होम क्वॉरेंटाइन से संबंधित पोस्टरों की छपाई में भी वित्तीय अनियमितताएं बरती गई. इन पोस्टोंरों की छपाई की कीमत बाजार में लगभग 8 रुपए के आसपास है, जिसके लिए 250 रुपये खर्च किये गये.

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उन्होंने कहा 2020 में हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी रही डॉक्टर सरोज नैथानी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर कई घोटालों को अंजाम दिया. एएनएम प्रमोशन में भी बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया. डॉ सरोज नैथानी ने अपने चहेतों को इसलिए डीडीओ पावर दी ताकि पैसा आहरण करके कमीशन उन तक पहुंचाया जा सके. इसमें ट्रेजरी ने भी आपत्ति जताई थी. ट्रेजरी द्वारा आपत्ति जताने वाला पत्र हाई कोर्ट में भी दाखिल किया गया है.

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सैनी का कहना है कि सभी घोटाले और भ्रष्टाचार के साक्ष्य सूचना के अधिकार के तहत एकत्रित करके उच्च न्यायालय नैनीताल में जनहित याचिका दायर की गई थी. 27 जुलाई 2021 को उच्च न्यायालय ने सबूतों का संज्ञान लेते हुए याचिका को स्वीकार किया. उसमें मुख्य स्वास्थ्य सचिव, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण, डॉ सरोज नैथानी, हरिद्वार के वर्तमान सीएम व अन्य को पार्टी बनाया गया. इन्हें 4 सप्ताह के भीतर उच्च न्यायालय में जवाब दाखिल करने का समय दिया गया है.

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