देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत के लिए यह विधानसभा चुनाव काफी अहम है. उम्र के लिहाज से भी ये चुनाव उनके राजनीतिक करियर की दिशा तय करेगा. जबकि हरीश रावत ने 48 सीटों पर जीत की बात फिर दोहराई है. उन्होंने कहा कि हम जीत के लिए आश्वस्त हैं. हम ज्यादातर सीटों पर जीत रहे हैं और जहां हम पीछे चल रहे हैं वहां एक करीबी मुकाबला है. एक घंटे में ये बढ़त उत्तराखंड में कांग्रेस के लिए बहुमत में तब्दील हो जाएगी और पंजाब में भी उसे बहुमत मिलेगा.
प्रदेश के कई बड़े नेताओं की इस विधानसभा में साख दांव पर लगी हुई है. पूर्व सीएम हरीश रावत उन्हीं में से एक हैं. हरीश रावत चुनाव में अच्छे परिणाम के लिए फिर एक बार भगवान की शरण में चले गए हैं. मतगणना से ठीक पहले हरीश रावत ने अपनी पत्नी रेनुका रावत के साथ पूजा-अर्चना की. हरीश रावत चुनाव के बाद कह चुके हैं कि या तो मुख्यमंत्री बनूंगा या घर बैठूंगा. जिसके बाद सीएम चेहरे को लेकर बहस शुरू हो गई थी. वहीं आज मतणना शुरू होने से पहले हरीश रावत फिर भगवान की शरण में चले गए हैं. जब भी उन्हें मौका मिलता है वे मठ-मंदिरों में पूजा-अर्चना करते दिखाई देते हैं.
हरीश रावत ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ऊं श्री गणेशाय नमो नमः, ऊं नमो भगवते वासुदेवाय, ऊं नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।। मैं अपने ईष्ट देवता, कुलदेवता व सभी देवी-देवताओं को प्रणाम करता हूं. भगवान विष्णु हम सब पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें. ऊं नमःशिवाय जय मां भगवती, जय साईं बाबा.वहीं हरीश रावत ने कहा कि इस बार मैंने 48 सीटों पर जीत की बात कही थी, कुछ उसके आसपास ही सीटें आएंगी. उन्होंने कहा कि हम जीत के लिए आश्वस्त हैं.
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हरीश रावत ने फिर आगे लिखते हुए कहा कि हम जीत के लिए आश्वस्त हैं. हम ज्यादातर सीटों पर जीत रहे हैं और जहां हम पीछे चल रहे हैं वहां एक करीबी मुकाबला है. एक घंटे में ये बढ़त उत्तराखंड में कांग्रेस के लिए बहुमत में तब्दील हो जाएगी और पंजाब में भी उसे बहुमत मिलेगा.
मतगणना की तैयारियां पूरी: बात अगर मतगणना को लेकर की गई तैयारियों की करें तो इसके लिए सभी जगहों पर जिला प्रशासन ने पुख्ता तैयारियां की हैं. मतगणना केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बलों के साथ ही सशस्त्र बलों की कंपनियां तैनाती की गई हैं. साथ ही बड़ी तादाद में पुलिस अफसर और जवानों को भी गश्त पर लगाया गया है. मतगणना भवन परिसर के चारों ओर 100 मीटर के घेरे को पैदल क्षेत्र के रूप में चिह्नित किया गया है. मीडियाकर्मियों में पास धारकों को कैमरा ले जाने की स्वीकृति दी गई है.