देहरादून: राज्य सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने का निर्णय अधिसूचित कर दिया है, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सरकार के इस निर्णय पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि सरकार का यह निर्णय अच्छा कदम है, मगर राज्य सरकार को यह भी बताना चाहिए कि राज्य की राजधानी आखिर कहां है.
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सीएम त्रिवेंद्र रावत को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने भराड़ीसैंण को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी नोटिफाई कर दिया है. लेकिन केंद्र सरकार ने जब राज्य की घोषणा की थी तो देहरादून को अस्थाई राजधानी बताया था. ऐसे में अस्थाई और एक ग्रीष्मकालीन राजधानी है तो फिर राजधानी कहां पर है. इससे लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
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हरदा ने कहा कि राज्य सरकार अगर भराड़ीसैंण गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी कह रही है तो सरकार का कामकाज भी ग्रीष्मकाल में भराड़ीसैंण से ही प्रारंभ होना चाहिए, यदि ऐसा नहीं हुआ तो यह जनता के साथ धोखा होगा.