मसूरी: टिहरी के कोट गांव में दलित युवक की हत्या के बाद परिजनों से मिलने प्रदेश के पूर्व सीएम हरीश रावत उनके घर पहुंचे. पूर्व सीएम ने दलित युवक की हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया. साथ ही प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की.
पूर्व सीएम हरीश रावत ने सीएम त्रिवेंद्र से मांग करते हुए कहा कि मानवीय दृष्टिकोण को देखते हुए आदर्श आचार संहिता का कुछ लेना-देना नहीं है. उन्होंने उनसे आगे आकर पीड़ित परिवार की मदद करने का आग्रह किया, जिसके लिए सभी राजनीतिक दल उनके साथ खड़े हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बताया कि सोमवार को देहरादून स्थित गांधी पार्क में सुबह 10 बजे से 11 बजे तक मौन व्रत रखेंगे. साथ ही प्रदेशवासियों को आपसी सौहार्द और भाई चारा बनाने का संदेश देने का काम करेंगे. दलित युवक की हत्या करना निंदनीय और चिंतनीय है. वह मौन धारण किसी के पक्ष या विपक्ष के लिए नहीं कर रहे हैं, न ही राज्य सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं. वह एक राष्ट्रीय सद्भावना स्वरूप धारण कर रहे हैं. साथ ही किसी को भी दलित युवक की मौत को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
वहीं, दूसरी ओर पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बौखला चुके हैं. उन पर हार का डर हावी हो चुका है, जिस कारण पीएम अपनी वाणी में संयम खो चुके हैं. पीएम अपने पद की गरिमा के अनुरूप नहीं बोल रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी शहीदों का अपमान कर उन आरोपों को उठाने का काम कर रहे हैं, जिनकी आज तक पुष्टि नहीं हुई है.
पूर्व सीएम ने बताया कि सेना से जुड़े सभी लोग कभी भी नियमों का उल्लंघन नहीं करते हैं. साथ ही प्रधानमंत्री राजनीतिक विरोधियों को गिराने के लिए इस तरीके के बयान दे रहे हैं तो उससे साफ है कि प्रधानमंत्री पर हार का डर बुरी तरह से हावी हो चुका है.