देहरादून: उत्तराखंड में कांग्रेस नेताओं पर दर्ज हो रहे मुकदमे के बीच कांग्रेसी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेस नेताओं पर दर्ज मुकदमे के विरोध में राजभवन के करीब जमीन पर बैठक कर धरना दिया.
ETV BHARAT से खास बातचीत में हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस नेताओं पर मुकदमा दर्ज करना गलत है. क्योंकि सरकार की गलत नीतियों को सामने लाना विपक्ष का काम है. हरीश रावत ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि उनका बैलगाड़ी में जाना राज्य सरकार को रास नहीं आया. इसलिए त्रिवेंद्र सरकार ने उन पर मुकदमा दर्ज करा दिया. ऐसे में लोकतंत्र मूल्यों को बचाने के लिए मैं राजभवन के सामने सांकेतिक धरने पर बैठा हूं.
महंगाई पर सरकार फेल
हरीश रावत ने कहा कि केंद्र सरकार महंगाई को कंट्रोल करने में पूरी तरह से फेल हो गई है. डीजल-पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं. बसों का किराया इतना बढ़ गया है, जैसे लग रहा कि हम बस नहीं हवाई जहाज में सफर कर रहे हैं. हरीश रावत के मुताबिक कांग्रेस ने जनहित मुद्दों और बढ़ती महंगाई के विरोध में प्रदर्शन किया था. ईटीवी भारत से बातचीत में हरीश रावत ने कहा कि मैंने भगवान शंकर से कामना की है, ताकि देशवासी कोरोना से बच सकें. इसके साथ ही केंद्र सरकार को सद्बुद्धि देने की भी कामना की है. जिससे सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम घटा सके.
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बुधवार को भी करेंगे प्रदर्शन
मुकदमा दर्ज होने के बाद भी हरीश रावत महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने को तैयार हैं. वहीं, हरीश रावत ने बताया कि बुधवार को बढ़ती कीमतों के विरोध में पेट्रोल-पंप के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा. इसके साथ ही हरीश रावत ने बसों के आगे लेटकर प्रदर्शन करने की बात भी कही.
चारधाम और महाकुंभ के निर्णय पर कांग्रेस सरकार के साथ
ईटीवी भारत से बातचीत में हरीश रावत ने कहा कि वे राज्य सरकार द्वारा चारधाम यात्रा शुरू करने का समर्थन करते हैं. लेकिन सरकार को चारधाम यात्रा देश स्तर पर शुरू करना चाहिए था. उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेले को लेकर वे राज्य सरकार के साथ हैं. ऐसे में सरकार को प्रदेश के भीतर पर्यटन गतिविधियों को शुरू कर व्यवस्थाओं को सुचारू करने का काम करना चाहिए.