देहरादून: प्रियंका नहीं ये आंधी है, दूसरी इंदिरा गांधी है... इस चुनावी स्लोगन के साथ बीते दिन लखनऊ से कांग्रेस की नवनियुक्त महासचिव प्रियंका गांधी ने रोड शो कर चुनावी समर में बिगुल फूंक दिया है. जहां प्रियंका संग भाई राहुल पूरे जोश में नजर आए वहीं उनके साथ उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत उर्फ हरदा भी कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे.
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दरअसल, जिस वाहन में कांग्रेस पार्टी के खेवनहार राहुल और प्रियंका सवार थे. उसी वाहन में हरदा भी उनके साथ हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन कर रहे थे. हम खुद से क्या करें अपने कद का बखान, जब उठेंगे ज़मीं से तो ज़माना देखेगा.. जीहां, यहां बात हरीश रावत की हो रही है. जिन्हें प्रदेश की सियासत से तो दूर रखा गया है लेकिन हाई कमान से इतनी नजदीकी उनके विरोधियों को बैचेन ज़रूर कर सकती है.
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जहां एक ओर आम चुनाव के लिए अब कुछ ही समय शेष रह गया है. वहां कांग्रेस पार्टी में प्रियंका गांधी को नई जिम्मेदारी मिलने के बाद से कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. टीवी डिबेट से लेकर समाचार पत्रों तक मिशन 2019 की मुहाबिसें मोदी बनाम राहुल से हटकर अब प्रियंका बनाम मोदी पर आ गई है. उधर, हरीश रावत की अति सक्रियता के चलते एक बार फिर उनके धुर विरोधियों के माथे पर बल पड़ने तय हैं.
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भले ही हरदा ने आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी दावेदारी को लेकर कोई मंशा न जाहिर की हो, लेकिन गाहे-बगाहे उनके समर्थक हरिद्वार सीट से उनकी दावेदारी की ताल ठोकते दिखे जा सकते हैं. बहरहाल, आगे क्या होगा ये तो भविष्य तय कर ही देगा. लेकिन इस वक्त हरीश रावत को हाई कमान से जो तरजीह मिल रही है वो कांग्रेस में उनके रसूख और रुतबे को बयां करने के लिये काफ़ी है.