देहरादून: 18 जुलाई को अंबाला-देहरादून हाईवे पर एक दर्दनाक हादसा हुआ. यहां ओवरटेक करने के चक्कर में तेज रफ्तार ट्रक ने कार को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर लगने के बाद कार आग का गोला बन गई. वायरिंग में आग लगने से कार की सारी खिड़कियां लॉक होने से सभी लोग कार में फंस गए. इस हादसे में एक ही परिवार के चार लोग जिंदा जलकर मर गए. इस दर्दनाक हादसे पर कांग्रेस नेता हरीश रावत ने प्रतिक्रिया दी है.
हादसे को दुखदायी बताते हुए हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा है. हरीश रावत ने लिखा इस घटना को देखने के बाद लगता है मानवीय संवेदनाएं मर गई हैं. नागरिक कर्तव्य और यहां तक कि पुलिस कर्तव्य भी एक नेशनल हाईवे के टोल बैरियर से 100 मीटर के दायरे में कार पर टक्कर मारता है, ट्रक और कार धू-धू करके जलती है, 2 घंटे तक का जलती रहती है. पुलिस के लोग दिखाई दे रहे हैं वहां, लोग दिखाई दे रहे हैं वहां, क्योंकि कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर के डाली, लेकिन किसी ने उन्हें बचाने का प्रयास नहीं किया.
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हरीश रावत ने लिखा NH पर गाड़ियां घूमती हैं. एनएच की उनके पास आग बुझाने के यंत्र होंगे. अगर ऐसा नहीं है तो बड़ा चिंतनीय विषय है. टोल बैरियर पर इस तरह के संयंत्र होने चाहिए, ताकि कहीं पर कोई ऐसी खबर आती हैं तो वहां आग बुझाने का बंदोबस्त किया जा सके. यह घटना सहारनपुर के नजदीक हुई है, एक बहुत आवागमन वाले नेशनल हाईवे पर हुई है.
हरीश रावत ने लिखा इस घटना में 4 मौतों के लिए जो जिम्मेदार व्यक्ति है उसको किस दबाव में पुलिस ने थाने से ही जमानत दे दी. 4 लोग मरे, टक्कर मारी, क्या हुआ, कुछ तो उनके घर के लोगों को सांत्वना मिलती, लेकिन उसको जमानत दे दी गई. उन्होंने लिखा नेशनल हाईवे के टोल बैरियर के पास में ठेकेदार और एनएच के डिस्प्यूट में एक तरफ का रास्ता बंद है, यदि वह रास्ता खुला होता तो शायद यह टक्कर नहीं होती. यह टक्कर नहीं है, ट्रक ने पीछे से मारा है. गाड़ी के जिस हिस्से में चोट लगी है उससे साफ लग रहा है कि गाड़ी में ट्रक ने पीछे से टक्कर मारी है, तो सारी संवेदनाएं इस प्रकरण में शून्य दिखाई दे रही हैं. हम सबकी भावनाएं उस परिवार के साथ हैं.