देहरादून: वन ग्राम गोट, खत्ते, पड़ाव, हरिग्राम, इंद्रा ग्राम, गांधीग्राम आदि बसावटों को उजाड़े जाने के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गांधी पार्क में सांकेतिक उपवास रखा. इस दौरान हरीश रावत ने कहा अतिक्रमण हटाने के नाम पर सरकार लोगों का उत्पीड़न कर रही है.उन्होंने कहा भाजपा सरकार आजादी से पहले बसे लोगों और राज्य बनने से पहले बसे लोगों को अतिक्रमण के नाम पर आतंकित कर रही है.
हरीश रावत ने कहा इन लोगों को सरकार बलपूर्वक हटाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा भाजपा सरकार की ओर से अतिक्रमण के नाम पर भय का वातावरण बनाया जा रहा है. हरीश रावत ने कहा अगर सरकार को अतिक्रमण हटाना है तो उसकी एक नीति बनाई जानी चाहिए. उन्होंने कहा जिन लोगों को पहले से ही जंगलों के अधिकार मिले हुए हैं, उनके लिए पॉलिसी बनाई जानी चाहिए. हरीश रावत ने कहा राज्य बनने से पूर्व बेरोजगारों और भूमिहीनों को बसाया गया था, लेकिन, उनको भी सरकार अतिक्रमण के नजरिए से देख रही है.
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हरीश रावत ने कहा कुछ पूजा के स्थल ऐसे हैं जो बरसों पुराने हैं, लेकिन सरकार लोगों से वार्ता करने की बजाय सीधे बुलडोजर चला दे रही है. उन्होंने कहा वन गुर्जरों को भी वनों में रहने के परंपरागत अधिकार प्राप्त हैं, किंतु सरकार उनको भी उजाड़ने के लिए नोटिस भेज रही है. हरीश रावत ने धामी सरकार के इस एक्शन को उत्तराखण्डियत पर हमला बताया है.
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गांधी पार्क में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के सांकेतिक उपवास के दौरान बड़ी संंख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अतिक्रमण के नाम पर लोगों को उजाड़े जाने के विरोध में एडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया है.