देहरादून: कांग्रेस पार्टी के महासचिव व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इशारों-इशारों में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को कांग्रेस में आमंत्रण दिए जाने पर नाराजगी जताई है. हरीश रावत ने संकेत देते हुए कहा कि कांग्रेस में हरक सिंह की वापसी के मसले पर उनका समर्थन नहीं है.
हरदा ने सोशल मीडिया पर इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि धन्य है उत्तराखंड की राजनीति और धन्य हैं वो सौभाग्यशाली लोग, जिन्होंने वर्तमान नियुक्त कर्ता के साथ अभी अपना हिसाब किताब फाइनल भी नहीं किया है, लेकिन नई जॉइनिंग लेटर को लेकर लोग उनके स्वागत के लिए कतार में खड़े हो गए हैं.
इधर, भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से बाहर हुए श्रम मंत्री हरक सिंह रावत की नाराजगी को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह सीएम त्रिवेंद्र रावत पर निशाना साध रहे हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि हरक सिंह रावत को बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाए जाने से पहले सीएम त्रिवेंद्र रावत को उन्हें विश्वास में लेकर वार्ता करना चाहिए थी.
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कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को कांग्रेस में आमंत्रण के सवाल पर प्रीतम सिंह का कहना है कि हरक सिंह रावत की नाराजगी बीजेपी का अंदरूनी मामला है. लेकिन प्रदेश के सीएम तानाशाह के रूप में काम कर रहे हैं. उससे पूरे मंत्रिमंडल में असहजता की स्थिति बनी हुई है. हरक सिंह रावत को उन्हीं के मंत्रालय से हटा दिया गया, लेकिन उस विभाग के मंत्री को पता नहीं चला.
उन्होंने कहा कि राजनीति में कभी दरवाजे बंद नहीं होते हैं. उस दरवाजे से बहुत लोग आते हैं और चले जाते हैं. जब उनके आने की बारी होगी तो कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व में जो फैसला लेगा उसके अनुसार काम करेंगे. साथ ही राष्ट्रीय नेतृत्व का निर्णय सबको स्वीकार्य होगा.