देहरादून: उत्तराखंड वन विभाग में वनाग्नि की घटनाओं को लेकर आज वन मंत्री हरक सिंह रावत ने अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान लापरवाही बरतने के मामलों पर सख्ती दिखाते हुए वन मंत्री ने किसी भी नजरअंदाजगी को बर्दाश्त न करने और जंगलों में आग लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए. इस दौरान पुलिस कर्मियों की भांति ही ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले वन कर्मियों को मुआवजा दिए जाने को लेकर शासन को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया.
वन विभाग में आज जंगलों की आग को लेकर बड़ी बैठक बुलाई गई. इसमें सभी जिलों से डीएफओ स्तर के अधिकारियों को जोड़ा गया. उनसे वर्चुअल रूप से क्षेत्र की स्थिति भी जानी गई. बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि वन कर्मियों को पुलिसकर्मियों की भांति ही ड्यूटी के दौरान घायल होने या जान गंवाने की स्थिति में मुआवजा दिए जाने से जुड़ा प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा. यही नहीं ऐसे वन कर्मियों की अंत्येष्टि के लिए उनके घर पर डीएफओ स्तर के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
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दरअसल, वन मंत्री का प्रयास है कि वन कर्मियों को मौजूदा आपदा की घड़ी में प्रोत्साहित किया जाए. उन्हें सम्मान देने के साथ ही उनकी मुआवजे की राशि भी बढ़ाई जाए. वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि राज्य में जंगलों में आग लगाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए.