देहरादून: बीजेपी संगठन और धामी सरकार अपने रुठे हुए कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को मनाने में कामयाब हो गई है. सरकार ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की मांग को मानते हुए कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए 25 करोड़ रुपए जारी करने का फैसला लिया है. ये जानकारी बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ ने दी है.
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को मानने के लिए कल से ही बीजेपी संगठन और धामी सरकार तमाम कोशिश कर रही थी, लेकिन कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत मंत्री पद से इस्तीफा देने पर अड़े हुए थे. हालांकि शनिवार शाम तक हरक सिंह रावत के तेवर नरम पड़ गए थे. शनिवार को हरक सिंह रावत सीएम आवास पहुंचे, जहां उनकी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा काऊ से साथ बैठक हुई. बैठक में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की नाराजगी को दूर किया गया.
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बैठक के बाद सीएम आवास से बाहर आए बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ ने बताया कि हरक सिंह रावत की जिन मुद्दों पर नाराजगी थी, उसे दूर कर दिया गया है. जनता के लिए उनकी जो मांगे थी, उस पर सरकार काम कर रही है. कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए 25 करोड़ रुपए जारी करने का फैसला लिया है. हरक सिंह रावत अपना कार्यकाल पूरा करेंगे. सारे मुद्दे सुलझ गए है. अब किसी को कोई नाराजगी नहीं है.
वहीं बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि हरक सिंह रावत पार्टी और सरकार में वरिष्ठ मंत्री है, उनकी कोई नाराजगी नहीं है. उन्होंने कल अपने क्षेत्र के लिए जो मेडिकल कॉलेज की बात की थी, उस मुख्यमंत्री ने कल ही अनुमोदन कर दिया था. कही से कही तक कोई नाराजगी नहीं थी. कोटद्वार मेडिकल कॉलेज बनेगा उसकी सारी औपचारिकताएं पूरी कर दी जाएगी.
क्या सरकार हरक सिंह रावत की प्रेशर पॉलिटिक्स के आगे झुक गई, इसको लेकर जब धन सिंह रावत से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कैबिनेट में तब ही कोई प्रस्ताव पास होता है, जब वित्त और कार्मिक समेत अन्य जगहों से चीचें आती है. बीजेपी में कही से कोई दिक्कत नहीं है. कल कैबिनेट बैठक में 45 निर्णय लिए गए, सभी राज्य के हित में लिए गए है.
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बता दें कि कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज को अधर में लटकाने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार शाम को कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत मंत्रीमंडल की बैठक छोड़कर चले गए थे. साथ ही वो मंत्री पद से इस्तीफा देने के बात भी कह गए थे. तभी से उनको मनाने की कोशिश चल रही हैं. हालांकि अभीतक कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने लिखित रूप में अपना इस्तीफा नहीं दिया है. लेकिन यदि हरक सिंह रावत बीजेपी को छोड़ते हैं तो उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी लिए ये बड़ा झटका होगा.