देहरादून: उत्तराखंड के कद्दावर मंत्री हरक सिंह रावत का नया बयान फिर विवाद पैदा करने वाला है. दरअसल, इस बार हरक सिंह रावत ने अपने मंत्री पद के कार्यकाल को लेकर जो बात कही है, उससे पूरी सरकार के कार्यकाल पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं. यही नहीं हरक सिंह रावत के कोटद्वार सीट छोड़ने की मंशा को भी उनके इस बयान ने बल दे दिया है.
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत यूं तो हरीश रावत के साथ इन दिनों बयानों में उलझे हुए हैं. लेकिन उनके कुछ बयान पार्टी से नाराजगी और कांग्रेस में जाने को लेकर भी चर्चा में हैं. हालांकि, इस बार उनका जो बयान आया है वह इन सभी बातों से कुछ अलग है. दरअसल, हरक सिंह रावत ने कहा है कि उन्होंने अपने इस कार्यकाल में जितना काम किया है, उससे वह खुश नहीं हैं. उन्होंने कहा वह इससे और बेहतर काम कर सकते थे, लेकिन इस बार वह सरकार में अपना बेहतर काम नहीं कर पाए.
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इसके लिए उन्होंने कई कारण बताएं हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि उन्हें मौका मिलता तो वे कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज खुलवा लेते. भले ही उनके खिलाफ जांच चलती रहती, लेकिन एक विधायक होने के नाते वे अपने क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज तो खुलवा ही लेते, मगर ऐसा नहीं हो पाया.
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हरक सिंह रावत के इस बयान के बाद उनके कोटद्वार सीट छोड़ने की इच्छा को और बल मिला है. वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस का इस पर कहना है कि हरक सिंह रावत के साथ ही राज्य सरकार भी प्रदेश में कोई काम नहीं कर पाई है. बताया जा रहा है कि यही कारण है कि हरक सिंह रावत कोटद्वार सीट छोड़ना चाहते हैं. यहां इस बार उन्हें अपनी हार नजर आ रही है.