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NIVH में 'लेजेंड्स ऑफ ज्योतिर्लिंगम' का हुआ भव्य आयोजन - NIVH प्रोग्राम

देहरादून संस्कृति निदेशालय के सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया. यह कार्यक्रम 12 ज्योतिर्लिंगों की पौराणिक कथाओं पर आधारित है. इसमें भगवान शिव के बहु विख्यात 12 ज्योतिर्लिंग की कहानी विभिन्न भारतीय नृत्य नाट्य कलाओं के माध्यम से प्रस्तुत की गई है.

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Published : Oct 22, 2022, 7:08 PM IST

देहरादून: राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार ने देहरादून संस्कृति निदेशालय के सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में अद्भुत संगीतमय भारतीय नृत्य कला से ओतप्रोत कार्यक्रम को इंक्रेडिबल इंडिया और संस्कृति मंत्रालय के सौजन्य से प्रस्तुत किया गया.

आयोजकों ने बताया कि यह कार्यक्रम 12 ज्योतिर्लिंगों की पौराणिक कथाओं पर आधारित है. इसमें भगवान शिव के बहु विख्यात 12 ज्योतिर्लिंग की कहानी विभिन्न भारतीय नृत्य नाट्य कलाओं के माध्यम से प्रस्तुत की गई है. इसमें ओडिसी, कुचिपुड़ी, भरतनाट्यम, कत्थक, मयूरभंज, छाउ, इंडियन कंटेंपरेरी और मणिपुर धांगता आदि कलाओं का समावेशन रहा.

'लेजेंड्स ऑफ ज्योतिर्लिंगम' का हुआ भव्य आयोजन.

पढ़ें- केदारनाथ के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ के कपाट विधि-विधान से हुए बंद, अब 6 माह बाद होगी पूजा

इन प्रस्तुतियों का प्रसिद्ध सांस्कृतिक प्रतीक गुरु कनक सुधाकर ने इसकी अवधारणा, कोरियोग्राफी और निर्देशन किया है. सुनैना सोसायटी द्वारा निर्मित के नृत्य भारतीय शास्त्रीय पारंपरिक और लोक और समकालिक नृत्य रूपों को समाहित करता है. वहीं, इस विशेष कार्यक्रम 'लेजेंड्स ऑफ ज्योतिर्लिंगम' में पद्मश्री डॉ बीके संजय व पद्मश्री बसंती देवी एवं DIG CRPF संजय ढौंडिया विशिष्ट अतिथि रहे.

वहीं, इस बारे में NIEPVD के निदेशक डॉ हिमांगशू दास ने इस 12 ज्योतिर्लिंगों की गाथाओं पर आधारित नृत्य नाटिका के विषय के बारे में मीडिया को बताया. इसके अतिरिक्त संस्थान के अधिकारी, कर्मचारी व छात्र छात्राएं आदि सभी ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया. NIEPVD के निदेशक डॉ हिमांगशू दास ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया है.

देहरादून: राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार ने देहरादून संस्कृति निदेशालय के सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में अद्भुत संगीतमय भारतीय नृत्य कला से ओतप्रोत कार्यक्रम को इंक्रेडिबल इंडिया और संस्कृति मंत्रालय के सौजन्य से प्रस्तुत किया गया.

आयोजकों ने बताया कि यह कार्यक्रम 12 ज्योतिर्लिंगों की पौराणिक कथाओं पर आधारित है. इसमें भगवान शिव के बहु विख्यात 12 ज्योतिर्लिंग की कहानी विभिन्न भारतीय नृत्य नाट्य कलाओं के माध्यम से प्रस्तुत की गई है. इसमें ओडिसी, कुचिपुड़ी, भरतनाट्यम, कत्थक, मयूरभंज, छाउ, इंडियन कंटेंपरेरी और मणिपुर धांगता आदि कलाओं का समावेशन रहा.

'लेजेंड्स ऑफ ज्योतिर्लिंगम' का हुआ भव्य आयोजन.

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इन प्रस्तुतियों का प्रसिद्ध सांस्कृतिक प्रतीक गुरु कनक सुधाकर ने इसकी अवधारणा, कोरियोग्राफी और निर्देशन किया है. सुनैना सोसायटी द्वारा निर्मित के नृत्य भारतीय शास्त्रीय पारंपरिक और लोक और समकालिक नृत्य रूपों को समाहित करता है. वहीं, इस विशेष कार्यक्रम 'लेजेंड्स ऑफ ज्योतिर्लिंगम' में पद्मश्री डॉ बीके संजय व पद्मश्री बसंती देवी एवं DIG CRPF संजय ढौंडिया विशिष्ट अतिथि रहे.

वहीं, इस बारे में NIEPVD के निदेशक डॉ हिमांगशू दास ने इस 12 ज्योतिर्लिंगों की गाथाओं पर आधारित नृत्य नाटिका के विषय के बारे में मीडिया को बताया. इसके अतिरिक्त संस्थान के अधिकारी, कर्मचारी व छात्र छात्राएं आदि सभी ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया. NIEPVD के निदेशक डॉ हिमांगशू दास ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया है.

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