देहरादून: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि) गुरमीत सिंह ने कर्नल एसपी मारवाह (Colonel SP Marwah) की लिखित 'EVENING OF LIFE' पुस्तक पर अपने विचार रखते हुए कहा कि निश्चित रूप से यह किताब भविष्य में आने वाली पीढ़ियों को सेना एवं संघर्षों के बारे में बताएगी, उन्होंने कहा कर्नल एसपी मारवाह के अनुभवों के आधार पर लिखी गई है किताब निश्चित रूप से समय के साथ होते सेना में बदलाव के बारे में बताएगी. सुरेश मारवाह द्वारा लिखी गई पुस्तक 'MY MEMOIRS: Reminiscences of Army Life' बारे में उन्होंने कहा कि यह पुस्तक उन अनुभवों का संग्रह है, जिसमें एक महिला ने एक पत्नी, एक मां एवं आर्मी यूनिट को परिवार के तौर पर किए गए अनुभव को साझा किया गया है.
उन्होंने कहा सेना के जवान के साथ उनका परिवार भी संघर्षों में जीता है. उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य जहां महाभारत, वेद पुराण सहित अनेकों कथाएं लिखी गई उस राज्य की धरती से इन किताबों का विमोचन होना एक शुभ संकेत है एवं इन किताबों को आने वाली पीढ़ियों के लिए महत्वपूर्ण बताया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने सेना से जुड़े अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि सेना में यूनिट एवं पलटन ही उनका सबसे बड़ा परिवार होता है, उन्होंने कहा हमने अपने बड़ों से हमेशा जीवन में संघर्ष एवं अनुशासन सीखा है.
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राज्यपाल ने कहा कि संघर्ष, अनुशासन एवं अनुभव से सेना में यूनिट एक साथ रहकर बड़ी से बड़ी मुश्किल का सामना करती है. उन्होंने कहा हमारे जीवन में संवाद हमारे चरित्र को दर्शाता है एवं संवाद से हम बड़ी से बड़ी समस्या को दूर कर सकते हैं.
राज्यपाल ने युवा पीढ़ी द्वारा सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग एवं किताबों के प्रति घटती रुचि, किताब पढ़ने से बढ़ती दूरी पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हमारी युवा पीढ़ी ज्यादा से ज्यादा पढ़े एवं लिखें इसके लिए हमें उन्हें प्रेरित करना होगा. उन्होंने कहा किसी भी लेखक द्वारा लिखी गई किताब से हमें हमेशा ज्ञान की प्राप्ति एवं नया सीखने को मिलता है. उन्होंने युवाओं से लिखने-पढ़ने में जोर देने की अपील की.