देहरादून: राज्यपाल गुरमीत सिंह के कार्यकाल को 2 साल का वक्त पूरा हो गया है. राज्यपाल की 2 साल का कार्यकाल पूरा होने पर राजभवन में पुस्तक विमोचन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. दरअसल, राज्यपाल के तमाम अभिभाषण को संकलित करते हुए पुस्तक ‘आत्मा के स्वर’ तैयार की गई है. जिसका सोमवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने विमोचन किया. ‘आत्मा के स्वर’ पुस्तक में राज्यपाल की ओर से तमाम कार्यक्रमों, उत्सवों, दीक्षान्त समारोह समेत 108 प्रमुख सम्बोधनों को शामिल किया गया है.
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आज राजभवन में मेरे अभिभाषणों के संकलन पर आधारित पुस्तक "आत्मा के स्वर" का विमोचन मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस पुस्तक में मेरे 108 प्रमुख सम्बोधनों का संकलन है।
— LT GENERAL GURMIT SINGH (Retd) (@LtGenGurmit) September 18, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मेरी हार्दिक इच्छा थी कि बहुत सी पुस्तकें लिखूं और अपने अनुभव, विचार और चिंतन को… pic.twitter.com/tHJIcEHRXW
">आज राजभवन में मेरे अभिभाषणों के संकलन पर आधारित पुस्तक "आत्मा के स्वर" का विमोचन मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस पुस्तक में मेरे 108 प्रमुख सम्बोधनों का संकलन है।
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मेरी हार्दिक इच्छा थी कि बहुत सी पुस्तकें लिखूं और अपने अनुभव, विचार और चिंतन को… pic.twitter.com/tHJIcEHRXWआज राजभवन में मेरे अभिभाषणों के संकलन पर आधारित पुस्तक "आत्मा के स्वर" का विमोचन मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस पुस्तक में मेरे 108 प्रमुख सम्बोधनों का संकलन है।
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मेरी हार्दिक इच्छा थी कि बहुत सी पुस्तकें लिखूं और अपने अनुभव, विचार और चिंतन को… pic.twitter.com/tHJIcEHRXW
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान राजभवन में तमाम कामों में की गई बेस्ट प्रेक्टिसेज पर आधारित लघु फिल्म ‘‘देवभूमि में कर्तव्य पथ पर दो वर्ष’ को दिखाई किया गया. करीब 10 मिनट की इस शॉर्ट फिल्म में राज्यपाल के दो सालों के कार्यकाल में तमाम क्षेत्रों में हुई बेहतर पहल और कार्यों को दिखाया गया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल गुरमीत सिंह के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा जब कोई सेवानिवृत्ति सेवा अधिकारी कोई पुस्तक लिखता है तो वो ह्रदय भाव और भावनाओं से भरा होता है. उन्होंने कहा राज्यपाल ने पुस्तक ’’आत्मा के स्वर’’ लिखते समय महान संकल्प लिया होगा.
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साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा वह खुद भी इस पुस्तक को पढ़ेंगे और दूसरे को भी इस पुस्तक को पढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे. उन्हें विश्वास है कि राज्यपाल ने अपनी इस पुस्तक में तमाम ऐसी चीज़ लिखी होगी जो न सिर्फ ज्ञान देगी बल्कि आगे बढ़ाने के लिए नई राह भी दिखाएंगी.
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा हमें अपने विचारों और कार्यों को अंकित करने की आवश्यकता है. उनकी बड़ी इच्छा है कि वह बहुत सारी पुस्तक लिखें. इसी क्रम में इन दो सालों के दौरान राज्यपाल रहते हुए इन तमाम कार्यक्रमों में जो उन्होंने अपने वक्तव्य को जनता के सामने रखे हैं उन्ही, भाव और विचारों को पुस्तक का आकार दिया गया है.