ETV Bharat / state

मसूरी पालिका को नहीं मिलेगी डेढ़ करोड़ की स्वैप मशीन, शासन ने निरस्त किया प्रस्ताव - Cabinet Minister Ganesh Joshi

मसूरी नगर पालिका द्वारा पास 1.5 करोड़ की लागत से खरीदी जानी वाली स्वैप मशीन के प्रस्ताव को शासन की ओर से निरस्त कर दिया गया है. 24 मार्च को आयोजित पालिका बोर्ड बैठक में पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता की मौजूदगी में प्रस्ताव पास किया गया था, जिसके बाद पालिका के मनोनीत सदस्य मदन मोहन शर्मा ने शहरी विकास निदेशालय और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से शिकायत की थी. उनकी शिकायत का संज्ञान लेकर मशीन खरीद पर रोक लगाई गई है.

Mussoorie
मसूरी
author img

By

Published : Apr 11, 2022, 9:53 AM IST

मसूरी: मसूरी नगर पालिका परिषद द्वारा 1.5 करोड़ की लागत से खरीदी जानी वाली स्वैप मशीन के प्रस्ताव को निदेशक शहरी विकास ने निरस्त कर दिया है. इस प्रस्ताव को 24 मार्च को आयोजित पालिका बोर्ड बैठक में पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने पास किया था.

बता दें, नगर पालिका परिषद मसूरी द्वारा 24 मार्च को आयोजित पालिका बोर्ड बैठक में पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता द्वारा निर्देशित किया गया कि मसूरी क्षेत्र अंतर्गत सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए एक स्वैप मशीन खरीदी जानी है. जिसका अनुमानित बजट डेढ़ करोड़ रुपए आएगा. जिसको पालिका सदन द्वारा सर्वसम्मति से पास किया गया.

डेढ़ करोड़ की स्वैप मशीन की खरीद पर शासन ने लगाई रोक.

वहीं, पालिका के मनोनीत सदस्य मदन मोहन शर्मा ने इस प्रस्ताव का विरोध कर निदेशक शहरी विकास निदेशालय और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से शिकायत की थी. मदन मोहन शर्मा के मुताबिक मसूरी के भौगोलिक परिवेश में स्वैप मशीन संचालित नहीं की जा सकती है. ऐसे में नगर पालिका द्वारा करीब डेढ़ करोड़ की लागत से स्वैप मशीन खरीदना फिजूल खर्ची होगा.
पढ़ें- BJP में गुटबाजी! हरिद्वार में CM धामी के कार्यक्रमों से दूरी बना रहे मदन कौशिक, पार्टी बोली महज 'संयोग'

उनका कहना है कि मसूरी में स्वच्छता व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिये स्वच्छता कर्मचारियों की भर्ती की जाए. जिससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा और शहर की साफ सफाई का कार्य बेहतर तरीके से हो पायेगा. मदन मोहन शर्मा की शिकायत का संज्ञान लेते हुए शहरी विकास निदेशालय उत्तराखंड के निदेशक ने स्वैप मशीन के प्रस्ताव को निरस्त करने के निर्देश दिए हैं.

मसूरी: मसूरी नगर पालिका परिषद द्वारा 1.5 करोड़ की लागत से खरीदी जानी वाली स्वैप मशीन के प्रस्ताव को निदेशक शहरी विकास ने निरस्त कर दिया है. इस प्रस्ताव को 24 मार्च को आयोजित पालिका बोर्ड बैठक में पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने पास किया था.

बता दें, नगर पालिका परिषद मसूरी द्वारा 24 मार्च को आयोजित पालिका बोर्ड बैठक में पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता द्वारा निर्देशित किया गया कि मसूरी क्षेत्र अंतर्गत सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए एक स्वैप मशीन खरीदी जानी है. जिसका अनुमानित बजट डेढ़ करोड़ रुपए आएगा. जिसको पालिका सदन द्वारा सर्वसम्मति से पास किया गया.

डेढ़ करोड़ की स्वैप मशीन की खरीद पर शासन ने लगाई रोक.

वहीं, पालिका के मनोनीत सदस्य मदन मोहन शर्मा ने इस प्रस्ताव का विरोध कर निदेशक शहरी विकास निदेशालय और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से शिकायत की थी. मदन मोहन शर्मा के मुताबिक मसूरी के भौगोलिक परिवेश में स्वैप मशीन संचालित नहीं की जा सकती है. ऐसे में नगर पालिका द्वारा करीब डेढ़ करोड़ की लागत से स्वैप मशीन खरीदना फिजूल खर्ची होगा.
पढ़ें- BJP में गुटबाजी! हरिद्वार में CM धामी के कार्यक्रमों से दूरी बना रहे मदन कौशिक, पार्टी बोली महज 'संयोग'

उनका कहना है कि मसूरी में स्वच्छता व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिये स्वच्छता कर्मचारियों की भर्ती की जाए. जिससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा और शहर की साफ सफाई का कार्य बेहतर तरीके से हो पायेगा. मदन मोहन शर्मा की शिकायत का संज्ञान लेते हुए शहरी विकास निदेशालय उत्तराखंड के निदेशक ने स्वैप मशीन के प्रस्ताव को निरस्त करने के निर्देश दिए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.